Edited By jyoti choudhary,Updated: 15 Mar, 2025 06:27 PM

अमेरिका में निवेशकों ने शेयर बाजार से हटकर अब सोने की ओर रुख करना शुरू कर दिया है। अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की वापसी के बाद से ही राजनीतिक और आर्थिक अस्थिरता के बीच गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (Gold ETF) में निवेश का...
बिजनेस डेस्कः अमेरिका में निवेशकों ने शेयर बाजार से हटकर अब सोने की ओर रुख करना शुरू कर दिया है। अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की वापसी के बाद से ही राजनीतिक और आर्थिक अस्थिरता के बीच गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (Gold ETF) में निवेश का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है। इसका नतीजा यह हुआ कि सोने की कीमतें लगातार नए रिकॉर्ड बना रही हैं।
बाजार में बढ़ती अनिश्चितता और सोने की मांग
2022 में फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी के कारण निवेशकों ने सोना छोड़ दिया था लेकिन अब जब बाजारों में संकट के संकेत हैं और ब्याज दरों में संभावित कटौती की उम्मीद है, तो वे दोबारा गोल्ड ETF की ओर लौट रहे हैं। इस साल अब तक अमेरिका में गोल्ड ETF होल्डिंग 68.1 टन बढ़कर 1,649.8 टन हो चुकी है, जो 4.3% की वृद्धि को दर्शाता है।
गोल्ड ने छुआ $3,000 का स्तर, आगे और उछाल संभव
बता दें कि शुक्रवार को पहली बार सोने की कीमत $3,000 प्रति औंस के स्तर को पार कर गई। विशेषज्ञों का मानना है कि निवेशकों की इस सुरक्षित संपत्ति में बढ़ती रुचि के चलते कीमतों में और बढ़त संभव है। Macquarie ने अपने अनुमान में कहा है कि दूसरी तिमाही में सोने की कीमत $3,500 प्रति औंस तक जा सकती है, जबकि BNP Paribas SA ने भी $3,000 से ऊपर बने रहने की संभावना जताई है।
मंदी की आशंका और वैश्विक व्यापार युद्ध का असर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियां भी सोने की मांग को बढ़ावा दे रही हैं। उन्होंने यूरोप से शराब के आयात पर 200% टैरिफ लगाने की धमकी दी है, जिससे वैश्विक व्यापार युद्ध और आर्थिक मंदी की आशंका बढ़ गई है। ऐसे माहौल में निवेशक सोने को सुरक्षित ठिकाने के रूप में देख रहे हैं, जिससे इसकी कीमतों में और तेजी आने की संभावना है।