Edited By jyoti choudhary,Updated: 13 Jan, 2025 12:06 PM
20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले भारी उद्योग मंत्रालय ने इलेक्ट्रिक वाहन नीति पर चर्चा के लिए टेस्ला के सीईओ एलन मस्क और अन्य वैश्विक ईवी निर्माता कंपनियों को आमंत्रित किया है। इस बैठक का उद्देश्य भारत में इलेक्ट्रिक पैसेंजर वाहनों के...
बिजनेस डेस्कः 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले भारी उद्योग मंत्रालय ने इलेक्ट्रिक वाहन नीति पर चर्चा के लिए टेस्ला के सीईओ एलन मस्क और अन्य वैश्विक ईवी निर्माता कंपनियों को आमंत्रित किया है। इस बैठक का उद्देश्य भारत में इलेक्ट्रिक पैसेंजर वाहनों के निर्माण को बढ़ावा देने और ईवी नीति के लिए गाइडलाइंस तैयार करना है। यह सलाहकार सत्र ईवी नीति पर दूसरा चरण होगा।
सरकार का एलन मस्क को बड़ा प्रस्ताव
टेस्ला और भारत के बीच संभावित साझेदारी को फिर से चर्चा में लाया जा रहा है। भारत में टेस्ला के निवेश की योजना जो पहले रुकी हुई थी, अब इसे फिर से शुरू करने की संभावनाएं बढ़ रही हैं। वियतनाम की विनफास्ट पहले ही भारत में निवेश के लिए रुचि दिखा चुकी है, जिससे प्रतिस्पर्धा तेज हो सकती है।
चर्चा के मुख्य मुद्दे
ईवी नीति में कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव शामिल हैं, जिनमें ईवी निर्माताओं के लिए निर्यात लागत कम करने और भारत में न्यूनतम $500 मिलियन (लगभग 4,150 करोड़ रुपए) के निवेश का प्रावधान शामिल है। इसके अलावा, ऑपरेशन्स के पहले तीन सालों में 25% और पांच सालों में 50% डीवीए (डोमेस्टिक वैल्यू एडिशन) हासिल करने का लक्ष्य रखा गया है। सरकार ऐसे निर्माताओं के लिए इम्पोर्ट टैक्स को 70-100% से घटाकर 15% करने की योजना पर भी विचार कर रही है।
ईवी नीति का उद्देश्य
यह नीति वैश्विक ऑटो निर्माताओं को आकर्षित करने और घरेलू विनिर्माण क्षमताओं को मजबूत करने के उद्देश्य से बनाई गई है। इसमें इलेक्ट्रिक वाहनों के उत्पादन और उनसे जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए प्रोत्साहन का प्रावधान है।
ये कंपनियां कर सकती हैं पार्टिसिपेट
बैठक में टेस्ला, हुंडई, बीएमडब्ल्यू, मर्सिडीज-बेंज, किया, टोयोटा और रेनॉल्ट-निसान जैसी वैश्विक ईवी कंपनियों के शामिल होने की संभावना है। इसके अलावा, भारतीय ऑटो निर्माताओं जैसे टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा और मारुति सुजुकी को भी आमंत्रित किया गया है। ये कंपनियां पहले दौर की चर्चा में भी शामिल रही थीं।