Edited By Parminder Kaur,Updated: 02 Sep, 2024 03:54 PM
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को सुझाव दिया कि राज्य के वित्त मंत्रियों को फ्लेक्स-फ्यूल वाहनों पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) को घटाकर 12 प्रतिशत करने पर विचार करना चाहिए। फ्लेक्स-फ्यूल वाहन वे होते हैं, जो एक से अधिक...
बिजनेस डेस्क. केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को सुझाव दिया कि राज्य के वित्त मंत्रियों को फ्लेक्स-फ्यूल वाहनों पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) को घटाकर 12 प्रतिशत करने पर विचार करना चाहिए। फ्लेक्स-फ्यूल वाहन वे होते हैं, जो एक से अधिक ईंधनों पर चल सकते हैं, जैसे कि पेट्रोल और एथनॉल मिश्रित पेट्रोल।
गडकरी ने आईएफजीई के इंडिया बायो-एनर्जी एंड टेक एक्सपो में अपने भाषण के दौरान कहा कि देश को कच्चे तेल का आयात कम करने और जैव ईंधन के उपयोग को बढ़ावा देने की जरूरत है। हमें विभिन्न राज्यों के वित्त मंत्रियों से समर्थन की आवश्यकता है। मैंने महाराष्ट्र के वित्त मंत्री से कहा है कि वे बैठक में भाग लेकर फ्लेक्स-फ्यूल इंजन कारों पर जीएसटी में कटौती का प्रस्ताव रखें।
इसके अलावा गडकरी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी फ्लेक्स-फ्यूल वाहनों पर कर कम करने पर विचार करने का अनुरोध किया था। महाराष्ट्र के वित्त मंत्री अजित पवार के साथ एक अलग बैठक में गडकरी ने उन्हें इस मुद्दे पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ जीएसटी बैठक में भाग लेने का सुझाव दिया।
गडकरी ने बताया कि भारत हर साल 22 लाख करोड़ रुपये तक का जीवाश्म ईंधन (जैसे कोयला और कच्चा तेल) आयात करता है, जो न केवल वायु प्रदूषण की समस्या है बल्कि आर्थिक समस्या भी है। जैव ईंधन के उपयोग को बढ़ावा देने से सबसे ज्यादा लाभ कृषि क्षेत्र को होगा। गडकरी का मानना है कि जैव-ईंधन क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं और इस क्षेत्र को प्रोत्साहन देने की जरूरत है।