Edited By jyoti choudhary,Updated: 25 Jul, 2024 02:19 PM
बजट में मोबाइल फोन, प्रिंटेड सर्किट बोर्ड असेंबली (PCBA) और चार्जर पर बुनियादी सीमा शुल्क (Basic customs duties) में कटौती की घोषणा की गई लेकिन यूजर्स को इसका कोई लाभ नहीं मिलेगा। विशेषज्ञों के अनुसार, 95 फीसदी से अधिक स्मार्टफोन और बड़ी संख्या में...
बिजनेस डेस्कः बजट में मोबाइल फोन, प्रिंटेड सर्किट बोर्ड असेंबली (PCBA) और चार्जर पर बुनियादी सीमा शुल्क (Basic customs duties) में कटौती की घोषणा की गई लेकिन यूजर्स को इसका कोई लाभ नहीं मिलेगा। विशेषज्ञों के अनुसार, 95 फीसदी से अधिक स्मार्टफोन और बड़ी संख्या में चार्जर पहले से ही स्थानीय स्तर पर असेंबल या तैयार किए जाते हैं। ऐसे में सीमा शुल्क कटौती से कीमतों में खास बदलाव की उम्मीद नहीं है, सिवाय उन ब्रांडों के जो भारत में पूरी तरह से तैयार किए जाने वाले फोन का आयात करते हैं।
स्मार्टफोन जैसे गूगल पिक्सल (Google Pixel) और कुछ आईफोन प्रो मॉडल को इस सुधार का कुछ फायदा मिल सकता है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि ऐपल को इसका ज्यादा फायदा होगा लेकिन कीमतों में कटौती की उम्मीद नहीं की जा सकती।
विशेषज्ञों की राय
इंटरनैशनल डेटा कॉरपोरेशन के एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट नवकेंदर सिंह ने कहा, "ऐपल को इसमें फायदा है लेकिन इतना नहीं कि वे कीमतों में कटौती करें। इसका प्रभाव थाईलैंड, दुबई और अन्य बाजारों से मोबाइल की खरीद-फरोख्त को प्रभावित कर सकता है।"
सरकार की घोषणा
बुधवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घोषणा की कि मोबाइल फोन, इनके प्रिंटेड सर्किट बोर्ड असेंबली और चार्जर पर बुनियादी सीमा शुल्क 20% से घटाकर 15% कर दिया गया है।
विश्लेषकों का नजरिया
विश्लेषकों का मानना है कि इस कटौती का सीमित असर होगा। काउंटरप्वाइंट के विश्लेषक तरुण पाठक ने कहा, "पहले ही 99% स्मार्टफोन भारत में असेंबल किए जाते थे। गूगल पिक्सल, हॉनर और आईफोन प्रो मॉडल जैसे स्मार्टफोन जो भारत में पूरी तरह तैयार की जाने वाली इकाई (सीबीयू) है, उन पर कुछ असर पड़ेगा, लेकिन अगर आप प्रिंटेड सर्किट बोर्ड (पीसीबी) असेंबली को देखें तो हमारे यहां सेमी नॉक्ड डाउन (SKD) का निर्माण भारत में हो रहा था और भारत में स्थानीय स्तर पर चार्जर का निर्माण हो रहा है।'' पाठक ने कहा कि शुल्क के लिहाज से ग्राहकों पर एक या दो प्रतिशत का असर होगा।