Edited By jyoti choudhary,Updated: 09 Jan, 2025 01:30 PM
टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन नोएल टाटा की बेटियों माया (Maya) और लीह (Leah) को सर रतन टाटा इंडस्ट्रियल इंस्टीट्यूट (Sir Ratan Tata Industrial Institute) के बोर्ड में शामिल किया गया है। माया और लीह टाटा को सर रतन टाटा इंडस्ट्रियल इंस्टीट्यूट ट्रस्टीज के...
बिजनेस डेस्कः टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन नोएल टाटा की बेटियों माया (Maya) और लीह (Leah) को सर रतन टाटा इंडस्ट्रियल इंस्टीट्यूट (Sir Ratan Tata Industrial Institute) के बोर्ड में शामिल किया गया है। माया और लीह टाटा को सर रतन टाटा इंडस्ट्रियल इंस्टीट्यूट ट्रस्टीज के बोर्ड में अरनाज कोटवाल (Arnaz Kotwal) और फ्रेडी तालाती (Freddy Talati) की जगह शामिल किया गया है।
इस नियुक्ति के साथ नोएल टाटा (Noel Tata) के बच्चों की टाटा ट्रस्ट के छोटे बोर्ड में एंट्री हो गई है। हालांकि दो मुख्य ट्रस्ट सर रतन टाटा ट्रस्ट एंड अलायड ट्रस्ट और सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट एंड अलायड ट्रस्ट में उनकी एंट्री होना अभी बाकी है। अक्टूबर 2024 में टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन रहे रतन टाटा (Ratan Tata) के निधन के बाद नोएल टाटा को टाटा ट्रस्ट का चेयरमैन बनाया गया था।
नोएल टाटा की तीन संतानें हैं जिसमें दो बेटियां माया और लीह और एक बेटा नेविल (Neville) है, जिस सर रतन टाटा इंडस्ट्रियल इंस्टीट्यूट के ट्रस्टीज के बोर्ड में माया और लीह को शामिल किया गया है वो महिलाओं को रोजगार दिलाने की दिशा में कार्य करता है।
माया और लीह की नियुक्ति पर खींचतान
एक रिपोर्ट के अनुसार, माया और लीह के ट्रस्ट में शामिल करने के फैसले को अंदरुनी खींचतान भी शुरू हो गई है। अरनाज कोटवाल ने ट्रस्ट के दूसरे सदस्यों को शिकायत करते हुए लिखकर बताया कैसे उनपर इस्तीफा देने के लिए दबाव बनाया गया जिससे नए ट्रस्टीज की नियुक्ति की जा सके। अरनाज ने लिखा, मैं अब दुबई में हूं और काफी सोच-विचार के बाद मैंने बुर्जिस के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है लेकिन मुझे बहुत दुख है कि आप में से किसी ने भी इस मामले पर मुझसे सीधे बात करने की कोशिश नहीं की। मैं एक अजनबी व्यक्ति द्वारा उनके सीईओ सिद्धार्थ शर्मा के निर्देश में भेजे गए इस पत्र को देखर हैरान रह गई, जबकि दोनों का ही र रतन टाटा इंडस्ट्रियल इंस्टीट्यूट से कोई संबंध नहीं है।
अरनाज कोटवाल ने ईमेल में लिखा, नोएल टाटा के कहने पर तारापोरेवाला ने उन्हें उन्हें इस्तीफा देने को कहा जो टाटा ट्रस्ट में एग्जीक्यूटिव हैं। उन्होंने बताया कि सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट और सर रतन टाटा ट्रस्ट के ट्रस्टी मेहली मिस्त्री से भी उनके पास इस मामले को लेकर कॉल आया था। मेहली मिस्त्री टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन सायरस मिस्त्री के चचेरे भाई हैं।