Edited By jyoti choudhary,Updated: 25 Dec, 2024 11:45 AM
विदेश में रह रहे भारतीयों ने वित्त वर्ष 2025 के दौरान अप्रैल से अक्टूबर तक एनआरआई जमा योजनाओं में लगभग 12 अरब डॉलर जमा किए, जो पिछले साल की समान अवधि से दोगुना है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि में एनआरआई जमा राशि...
बिजनेस डेस्कः विदेश में रह रहे भारतीयों ने वित्त वर्ष 2025 के दौरान अप्रैल से अक्टूबर तक एनआरआई जमा योजनाओं में लगभग 12 अरब डॉलर जमा किए, जो पिछले साल की समान अवधि से दोगुना है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि में एनआरआई जमा राशि 11.89 अरब डॉलर रही, जबकि 2023 की इसी अवधि में यह 6.11 अरब डॉलर थी।
एनआरआई जमा में अभूतपूर्व वृद्धि
इस वृद्धि के साथ अक्टूबर 2024 तक कुल एनआरआई जमा 162.69 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जो पिछले साल इसी अवधि में 143.48 अरब डॉलर था। सिर्फ अक्टूबर 2024 में ही 1 अरब डॉलर से अधिक की धनराशि विभिन्न एनआरआई जमा योजनाओं में जोड़ी गई।
एनआरआई जमा योजनाओं की संरचना
एनआरआई जमा योजना में तीन प्रमुख प्रकार शामिल हैं:
- फॉरेन करेंसी नॉन रेजिडेंट (एफसीएनआर) जमा
- नॉन रेजिडेंट एक्सटर्नल (एनआरई) जमा
- नॉन रेजिडेंट ऑर्डिनरी (एनआरओ) जमा
वृद्धि के प्रमुख कारण
विशेषज्ञों के अनुसार, एनआरआई जमा में बढ़ोतरी का प्रमुख कारण भारत में ब्याज दरों का आकर्षक स्तर और स्थिर आर्थिक माहौल है। इसके अलावा, भारतीय रुपए में स्थिरता और देश की मजबूत आर्थिक वृद्धि दर भी एनआरआई निवेशकों को आकर्षित कर रही है।