Edited By jyoti choudhary,Updated: 25 Mar, 2025 02:45 PM

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के आईपीओ का निवेशकों को लंबे समय से इंतजार है। हाल ही में सेबी के अध्यक्ष तुहिन कांत पांडे ने संकेत दिया है कि वे एनएसई के आईपीओ में हो रही देरी के कारणों की जांच करेंगे और इस प्रक्रिया को तेज करने के प्रयास करेंगे।
बिजनेस डेस्कः नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के आईपीओ का निवेशकों को लंबे समय से इंतजार है। हाल ही में सेबी के अध्यक्ष तुहिन कांत पांडे ने संकेत दिया है कि वे एनएसई के आईपीओ में हो रही देरी के कारणों की जांच करेंगे और इस प्रक्रिया को तेज करने के प्रयास करेंगे।
एनएसई ने 2016 में अपने आईपीओ के लिए सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) दाखिल किया था। हालांकि, को-लोकेशन फैसिलिटी से जुड़े विवादों के कारण सेबी ने 2019 में इस ड्राफ्ट को वापस कर दिया और एनएसई को जांच पूरी होने के बाद नए सिरे से आवेदन करने को कहा। अगस्त 2024 में एनएसई ने सेबी से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) के लिए आवेदन किया, जो अभी तक मंजूरी की प्रतीक्षा में है।
दिल्ली उच्च न्यायालय में दायर एक जनहित याचिका में सेबी से एनएसई के आईपीओ को मंजूरी देने की मांग की गई थी। सेबी ने अदालत को सूचित किया कि एनएसई ने अपनी लिस्टिंग के लिए कोई नया एनओसी आवेदन नहीं किया है और आईपीओ में देरी के लिए स्वयं एनएसई जिम्मेदार है।
इन घटनाक्रमों के बीच सेबी ने आईपीओ लाने वाली कंपनियों के लिए खुलासे के नियमों को सख्त किया है, जिससे वित्तीय, जोखिम और गवर्नेंस से संबंधित पारदर्शिता बढ़ेगी। यह कदम निवेशकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
कुल मिलाकर एनएसई के आईपीओ को लेकर हालिया गतिविधियों से संकेत मिलता है कि सेबी और एनएसई दोनों इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं। निवेशकों को उम्मीद है कि निकट भविष्य में एनएसई का आईपीओ बाजार में आएगा, जिससे उन्हें निवेश के नए अवसर मिलेंगे।