Edited By jyoti choudhary,Updated: 06 Jun, 2024 12:05 PM
दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों की फेहरिस्त में इस साल तेजी से बदलाव हो रहे हैं। जहां एप्पल को पीछे छोड़कर लंबे समय बाद माइक्रोसॉफ्ट पहले पायदान पर काबिज हो चुकी है, वहीं एनविडिया ने कई स्थानों की लंबी छलांग लगाई है। अब एनविडिया का मार्केट
बिजनेस डेस्कः दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों की फेहरिस्त में इस साल तेजी से बदलाव हो रहे हैं। जहां एप्पल को पीछे छोड़कर लंबे समय बाद माइक्रोसॉफ्ट पहले पायदान पर काबिज हो चुकी है, वहीं एनविडिया ने कई स्थानों की लंबी छलांग लगाई है। अब एनविडिया का मार्केट कैप 3 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा हो चुका है और यह कामयाबी हासिल करने वाली वह दुनिया की सिर्फ तीसरी कंपनी है। उससे पहले यह उपलब्धि सिर्फ माइक्रोसॉफ्ट व एप्पल को मिली है।
अभी एनविडिया का बाजार पूंजीकरण 3.011 ट्रिलियन डॉलर हो चुका है और वह दूसरी सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई है। पिछले 3 महीने में एनविडिया का एमकैप लगभग 1 ट्रिलियन डॉलर बढ़ गया है। माइक्रोसॉफ्ट लंबे समय तक एप्पल से पीछे दूसरे नंबर पर रहने के बाद इसी साल फिर से दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी बनी है। अभी उसका मार्केट कैप 3.151 ट्रिलियन डॉलर है। हालांकि अब उसकी पोजिशन को एनविडिया से खतरा है।
सालों तक दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बनी रहने वाली एप्पल अब तीसरे स्थान पर खिसक गई है। आईफोन बनाने वाली कंपनी का मार्केट कैप अभी 3.003 ट्रिलियन डॉलर है। चौथे स्थान पर गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट है, जिसका मौजूदा बाजार पूंजीकरण 2.177 ट्रिलियन डॉलर है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की डिमांड बढ़ने से गूगल को भी फायदा हो रहा है।
जेफ बेजोस की कंपनी अमेजन अभी मार्केट कैप के हिसाब से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी लिस्टेड कंपनी है। उसका एमकैप अभी 1.886 ट्रिलियन डॉलर है। एमकैप के हिसाब से दुनिया की पांचों सबसे बड़ी कंपनियां अमेरिकी हैं। एक समय दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी का दर्जा हासिल करने में कामयाब हुई सऊदी अरब की सऊदी अरामको अब छठे पायदान पर खिसक गई है। उसका एमकैप अभी 1.820 ट्रिलियन डॉलर है।