Edited By jyoti choudhary,Updated: 28 Sep, 2024 10:37 AM
देश की प्रमुख तेल कंपनियों ने मार्च से अब तक पेट्रोल पर प्रति लीटर 15 रुपए और डीजल पर 12 रुपए तक मुनाफा बढ़ा लिया है, जबकि इस दौरान कच्चे तेल की कीमतों 12 फीसदी की में गिरावट आई है। शुक्रवार को कच्चा तेल 71.31 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया, जो मार्च...
बिजनेस डेस्कः देश की प्रमुख तेल कंपनियों ने मार्च से अब तक पेट्रोल पर प्रति लीटर 15 रुपए और डीजल पर 12 रुपए तक मुनाफा बढ़ा लिया है, जबकि इस दौरान कच्चे तेल की कीमतों 12 फीसदी की में गिरावट आई है। शुक्रवार को कच्चा तेल 71.31 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया, जो मार्च में 84 डॉलर प्रति बैरल था। इसके बावजूद ग्राहकों को कोई राहत नहीं मिली है।
तेल कंपनियों की स्थिर कीमतों के कारण, इक्रा की रिपोर्ट के अनुसार, सरकार इस वित्त वर्ष में 60,000 करोड़ रुपए की बचत कर सकती है। इसके बावजूद तेल मार्केटिंग कंपनियां ग्राहकों को कीमतों में राहत देने में असमर्थ रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि कच्चे तेल की कीमतों में और गिरावट की संभावना है, जिससे घरेलू कंपनियों का मुनाफा बढ़ सकता है। तेल मार्केटिंग कंपनियां चाहें तो वे ग्राहकों को फायदा दे सकती हैं।
कच्चे तेल की कीमतों में प्रति डॉलर की गिरावट से भारत को 13,000 करोड़ रुपए की वार्षिक बचत होती है। विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर कीमतें 70-75 डॉलर प्रति बैरल के बीच स्थिर रहती हैं, तो इससे महंगाई कम होगी और भारत को कच्चे तेल के आयात पर काफी बचत होगी।
तीन तेल कंपनियों ने कमाया 81,000 करोड़ का फायदा
तीन प्रमुख तेल कंपनियां भारत पेट्रोलियम, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और इंडियन ऑयल ने वित्त वर्ष 2023-24 में कुल 81,000 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया है। इसमें इंडियन ऑयल का मुनाफा 39,619 करोड़ रुपए रहा है। भारत पेट्रोलियम का 26,673 करोड़ रुपए रहा है। हिंदुस्तान पेट्रोलियम ने 14,694 करोड़ रुपए कमाए हैं।