Edited By jyoti choudhary,Updated: 21 Feb, 2021 02:52 PM
कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के कारण लॉकडाउन लगाए जाने के बाद से वाहनों की खरीद फरोख्त में ऑनलाइन का इस्तेमाल बढ़ गया है। इस दौरान ऑनलाइन वाहनों की खरीद बिक्री में 300 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है।
नई दिल्लीः कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के कारण लॉकडाउन लगाए जाने के बाद से वाहनों की खरीद फरोख्त में ऑनलाइन का इस्तेमाल बढ़ गया है। इस दौरान ऑनलाइन वाहनों की खरीद बिक्री में 300 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है। ऑनलाइन ऑटोमोबाइल मार्केट ड्रूम ने अपनी वार्षिक ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री ट्रेंड रिपोर्ट जारी की है जिसमें यह दावा किया गया है। इसमें कहा गया है कि नए वाहनों की तुलना में पुराने वाहनों की ऑनलाइन खरीद बिक्री ज्यादा बढ़ी है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 के बाद लिस्टिंग की संख्या में 300 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हो गई है, जो उपभोक्ताओं में ऑनलाइन गतिविधियों के बढ़ने को दर्शाता है। व्हाइट एंड सिल्वर कलर के लिए भारत के लोगों के जुनून की फिर पुष्टि हुई है और इन दो रंगों के वाहनों की बिक्री पुरानी कारों की कुल बिक्री के 50 प्रतिशत से अधिक है। भारत में लोगों द्वारा डीजल चालित कारों के चुनाव में वृद्धि होना जारी है, जो 2015 में बेची गई कुल पुरानी कारों के 35 प्रतिशत से बढ़कर 2020 तक 65 प्रतिशत हो गई थी।
ड्रूम के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) संदीप अग्रवाल ने कहा कि ड्रूम में हम ऑटोमोबाइल खरीदने और बेचने के लिए 21वीं सदी के डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म और इकोसिस्टम का निर्माण कर रहे हैं। स्पष्ट है कि हम एक प्योर-प्ले ऑनलाइन कंपनी हैं और हमारे पास ऑटोमोबाइल के खरीदारों, विक्रेताओं, लिस्टिंग, ब्रांडों, वर्षों और शहरों का कई पेटाबाइट्स डाटा है। इस डेटा से ऑटोमोबाइल उद्योग बिरादरी के साथ शीर्ष अंतर्दृष्टि साझा करना हमेशा ही एक बड़ी खुशी की बात होती है।