Edited By jyoti choudhary,Updated: 01 Jul, 2024 06:29 PM
हालिया समय में क्रेडिट कार्ड से लोगों के खर्च में वृद्धि आई है। वहीं गोल्ड लोन में क्रेडिट कार्ड के खर्च से भी ज्यादा तेजी आई है। बैंकों के बकाए कर्ज पर आरबीआई के हालिया आंकड़ों में ये जानकारियां सामने आई हैं। एक खबर में रिजर्व बैंक के आंकड़ों के...
बिजनेस डेस्कः हालिया समय में क्रेडिट कार्ड से लोगों के खर्च में वृद्धि आई है। वहीं गोल्ड लोन में क्रेडिट कार्ड के खर्च से भी ज्यादा तेजी आई है। बैंकों के बकाए कर्ज पर आरबीआई के हालिया आंकड़ों में ये जानकारियां सामने आई हैं। एक खबर में रिजर्व बैंक के आंकड़ों के हवाले से कहा गया है- क्रेडिट कार्ड के बकाए में सालाना आधार पर 26.2 फीसदी की तेजी आई है, जबकि गोल्ड लोन सालाना आधार पर 29.7 फीसदी की दर से बढ़ा है। यह बैंकों के कुल कर्ज (ओवरऑल बैंक क्रेडिट) में आई 19.8 फीसदी की तेजी की तुलना में काफी ज्यादा है। ये आंकड़े मई 2024 के हिसाब से बताए गए हैं।
अलग-अलग कैटेगरी में इस तरह बढ़े कर्ज
आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, मई 2024 तक के हिसाब से बैंकों का ओवरऑल क्रेडिट बढ़कर 167.4 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया है। उसमें सबसे ज्यादा 27.9 लाख करोड़ रुपए का योगदान होम लोन का है। होम लोन के आंकड़े में बीते एक साल में 39 फीसदी की तेजी आई है। हालांकि इस तेजी में सबसे बड़ा योगदान एचडीएफसी बैंक के साथ एचडीएफसी के मर्जर का है। अगर मर्जर को हटा दें तो होम लोन की ग्रोथ की दर 16.9 फीसदी रह जाती है।
वहीं दूसरी ओर समान अवधि में क्रेडिट कार्ड के बकाए लगभग 26 फीसदी बढ़कर 2.7 लाख करोड़ रुपए पर और टोटल गोल्ड लोन लगभग 30 फीसदी बढ़कर 1.2 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गए। इस दौरान बैंकों के द्वारा एनबीएफसी को दिए गए कर्ज का आंकड़ा 16 फीसदी बढ़कर 15.7 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया।
अनसिक्योर्ड लोन की ग्रोथ से आरबीआई चिंतित
ये आंकड़े इस कारण प्रासंगिक हो जाते हैं, क्योंकि रिजर्व बैंक क्रेडिट कार्ड जैसे अनसिक्योर्ड लोन की तेज ग्रोथ पर चिंता जाहिर कर चुका है। दरअसल लोन दो तरह के होते हैं- पहला सिक्योर्ड लोन और दूसरा अनसिक्योर्ड लोन। सिक्योर्ड लोन वैसे कर्ज को कहते हैं, जिनमें बैंकों के पास रिकवरी के लिए कुछ अमानत होती है। होम लोन, गोल्ड लोन, कार लोन आदि सिक्योर्ड लोन की कैटेगरी में आते हैं। वहीं पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड के बकाए आदि को अनसिक्योर्ड लोन कहा जाता है, क्योंकि ऐसे मामलों में बैंकों के पास कर्ज डूबने की स्थिति में रिकवरी करने का विकल्प नहीं रहता है।
इन कारणों से बढ़ रहे हैं आंकड़ों
क्रेडिट कार्ड के बकाए में लगातार तेजी के आंकड़े बताते हैं कि अब लोग पहले की तुलना में क्रेडिट कार्ड का ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं। क्रेडिट कार्ड यूज करने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। वहीं गोल्ड लोन की तेजी के लिए सोने की कीमतों में हालिया समय में आई बढ़ोतरी को जिम्मेदार माना जा रहा है। कीमतें बढ़ने से उतने ही सोने पर अब पहले की तुलना में बैंक ज्यादा लोन ऑफर कर रहे हैं।