mahakumb

हल्दीराम में हिस्से खरीदने की रेस में पेप्सिको भी शामिल, सीधे अमेरिका हेडक्वार्टर से हो रही है डील

Edited By jyoti choudhary,Updated: 15 Jan, 2025 01:11 PM

pepsico is also in the race to buy stake in haldiram

स्नैक्स और मिठाइयों की दिग्गज कंपनी हल्दीराम में अब हिस्सेदारी खरीदने की होड़ तेज हो गई है। अमेरिका की प्रमुख कंपनी पेप्सिको भी इसमें शामिल हो गई है। सूत्रों के मुताबिक कंपनी के अधिकारी हल्दीराम स्नैक्स फूड में हिस्सेदारी खरीदने के लिए सीधे प्रमोटर...

बिजनेस डेस्कः स्नैक्स और मिठाइयों की दिग्गज कंपनी हल्दीराम में अब हिस्सेदारी खरीदने की होड़ तेज हो गई है। अमेरिका की प्रमुख कंपनी पेप्सिको भी इसमें शामिल हो गई है। सूत्रों के मुताबिक कंपनी के अधिकारी हल्दीराम स्नैक्स फूड में हिस्सेदारी खरीदने के लिए सीधे प्रमोटर अग्रवाल फैमिली से बातचीत कर रहे हैं। इसके अलावा, सिंगापुर की टेमासेक और अल्फा वेव ग्लोबल जैसी कंपनियां भी 10-15% हिस्सेदारी खरीदने की पेशकश कर चुकी हैं। सूत्रों के मुताबिक, पेप्सिको के न्यूयॉर्क मुख्यालय के अधिकारियों ने हल्दीराम में माइनोरिटी स्टेक खरीदने के लिए अग्रवाल परिवार से बातचीत शुरू कर दी है, हालांकि यह बातचीत अभी शुरुआती दौर में है और आगे नहीं बढ़ने का भी खतरा है। अगर यह डील सफल होती है, तो इसमें फंडिंग पेप्सिको की मूल कंपनी द्वारा की जा सकती है।

किससे मिल रही चुनौती

लेज चिप्स, कुरकुरे नमकीन स्नैक्स और डोरिटोस नाचो चिप्स बनाने वाली कंपनी पेप्सिको को भारतीय स्नैक्स बाजार में कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय कंपनियों और डायरेक्ट टू कंज्यूमर कंपनियों की संख्या में काफी तेजी आई है। इनमें हल्दीराम, बीकानेरवाला, बालाजी और लिस्टेड कंपनियों बीकाजी फूड्स, गोपाल स्नैक्स और प्रताप स्नैक्स शामिल हैं। साथ ही एथनिक स्नैक्स कंपनियों की भी बाजार में भरमार है। इनमें से ज्यादातर की कीमत जाने-माने ब्रांड्स के कम है। वे डायरेक्ट डिस्ट्रीब्यूशन करते हैं और रिटेलर्स को ज्यादा मार्जिन देते हैं।

पेप्सिको की वेस्टर्न स्नैक्स मार्केट चिप्स और नाचोस में लगभग 24% बाजार हिस्सेदारी है। लेकिन नमकीन, भुजिया और चना चूर जैसे लोकल स्नैक्स में वह बहुत पीछे है। यह वजह है कि कंपनी हल्दीराम के साथ हाथ मिलाना चाहती है। इस बारे में पेप्सिको ने सवालों का जवाब नहीं दिया। हल्दीराम स्नैक्स फूड के सीईओ केके चुटानी ने भी कहा कि उनके पास कोई कमेंट नहीं है। रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज के आंकड़ों के अनुसार, पेप्सिको इंडिया होल्डिंग्स ने अप्रैल से दिसंबर 2023 की नौ महीने की अवधि के लिए 5,954.16 करोड़ रुपए का कंसोलिडेटेड रेवेन्यू हासिल किया। इसी अवधि में पेप्सिको के स्नैक्स बिजनस का रेवेन्यू 4,763.29 करोड़ रुपए रहा।

कौन-कौन हैं रेस में

हल्दीराम स्नैक फूड्स ने वित्त वर्ष 2024 में 12,800 करोड़ रुपए का रेवेन्यू दर्ज किया, जो पेप्सिको से करीब दोगुना है। यह 500 प्रकार के स्नैक्स, नमकीन, मिठाइयां, रेडी टू ईट और प्री-मिक्स्ड फूड बनाती और डिस्ट्रीब्यूट करती है। हल्दीराम में माइनोरिटी स्टेक खरीदने की होड़ में सिंगापुर की कंपनी टेमासेक सबसे आगे है। हल्दीराम में 10-15% हिस्सेदारी खरीदने के लिए तीन बाइंडिंग ऑफर आए थे। इनमें ब्लैकस्टोन के नेतृत्व वाला कंसोर्टियम, टेमासेक-बेन और अल्फा वेव शामिल थे। बाद में बेन ने इस सौदे से खुद को अलग कर लिया।

Trending Topics

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!