Edited By jyoti choudhary,Updated: 17 Jan, 2024 12:50 PM
आम आदमी को जल्द ही बड़ी रहात मिल सकती है। लोकसभा चुनाव से पहले पेट्रोल-डीजल 10 रुपए सस्ता हो सकता है। इसकी वजह है कच्चे तेल के दामों में गिरावट। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस मामले से जुड़े आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि फरवरी में कटौती की जा सकती है।
बिजनेस डेस्कः आम आदमी को जल्द ही बड़ी रहात मिल सकती है। लोकसभा चुनाव से पहले पेट्रोल-डीजल 10 रुपए सस्ता हो सकता है। इसकी वजह है कच्चे तेल के दामों में गिरावट। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस मामले से जुड़े आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि फरवरी में कटौती की जा सकती है।
यह भी पढ़ेंः तेल की कीमतें नहीं बिगाड़ेंगी रसोई का बजट! मोदी सरकार ने लिया बड़ा फैसला
दरअसल, एक साल में क्रूड ऑयल की कीमत में 12 फीसदी की गिरावट आ चुकी है लेकिन ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने इस दौरान दामों को कम नहीं किया है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने आखिरी बार अप्रैल 2022 में पेट्रोल-डीजल के दाम घटाए थे। अभी देश के ज्यादातर हिस्से में पेट्रोल 100 रुपए और डीजल 90 रुपए प्रति लीटर से ऊपर बने हुए हैं।
ये कंपनियां अभी प्रति लीटर करीब 10 रुपए की कमाई कर रही हैं। वित्त वर्ष 2023-24 में अब तक इंडियन ऑयल (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (HPCL) का मुनाफा करीब 5 गुना बढ़ा है।
यह भी पढ़ेंः शेयर बाजार में बड़ी गिरावटः सेंसेक्स 1,100 अंक टूटा, निफ्टी 21,700 के नीचे
2 गुना बढ़ी सरकारी तेल कंपनियों की कमाई
IOCL, BPCL और HPCL को वित्त वर्ष 2022-23 में 33,000 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। वहीं इस वित्त वर्ष (2023-24) में ये मुनाफा 1 लाख करोड़ के ऊपर निकलने का अनुमान है यानी इसमें 3 गुना की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। FY24 की दूसरी तिमाही तक, तीनों कंपनियों को मिलाकर 57,091.87 करोड़ रुपए हुआ है, जो कि वित्त वर्ष 2022-23 में 1,137.89 रुपए था, यानी इसमें अब तक 4,917% (5 गुना) की बढ़ोतरी हुई है।
कंपनियों के पास पेट्रोलियम के दाम 10 रुपए घटाने की गुंजाइश
एक्सपर्ट्स के अनुसार ऑयल मार्केटिंग कंपनियां पेट्रोल और डीजल पर फिलहाल करीब 10 रुपए प्रति लीटर कमाई कर रही हैं। इस लिहाज से देखें तो उनके पास इनकी कीमतें कम करने की पर्याप्त गुंजाइश है। ऐसा करने पर अर्थव्यवस्था को फायदा होगा।
यह भी पढ़ेंः Red Sea Crisis: माल ढुलाई के रेट 600% बढ़े, भारत से अपनी शिपिंग लाइन शुरू करने की मांग