Edited By jyoti choudhary,Updated: 04 Dec, 2024 10:12 AM
बुधवार (4 दिसंबर) को सोना-चांदी खरीदने वालों को एक बार फिर राहत मिली है। आज दोनों के वायदा भाव में गिरावट दर्ज की गई है। MCX पर सोने का वायदा भाव 0.04 फीसदी की गिरावट के साथ 76,871 रुपए के करीब जबकि चांदी 0.02 फीसदी गिरकर 92,178 रुपए के आसपास...
बिजनेस डेस्कः बुधवार (4 दिसंबर) को सोना-चांदी खरीदने वालों को एक बार फिर राहत मिली है। आज दोनों के वायदा भाव में गिरावट दर्ज की गई है। MCX पर सोने का वायदा भाव 0.04 फीसदी की गिरावट के साथ 76,871 रुपए प्रति 10 ग्राम के करीब जबकि चांदी 0.02 फीसदी गिरकर 92,178 रुपए प्रति किलोग्राम के आसपास कारोबार कर रही थी।
सोना 200 रुपए टूटकर 79,000 प्रति 10 ग्राम
राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोने की कीमत में लगातार दूसरे दिन नरमी जारी रही और यह 200 रुपए टूटकर 79,000 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आ गया। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने यह जानकारी दी। सोमवार को 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 79,200 रुपए प्रति 10 ग्राम रही थी। कारोबारियों ने कहा कि हालांकि, चांदी की कीमत 2,400 रुपए के उछाल के साथ 92,400 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई। चांदी बाजार में तेजी का रुख, मुख्य रूप से औद्योगिक मांग के कारण है। 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 200 रुपए गिरकर 78,600 रुपए प्रति 10 ग्राम रह गई। सोमवार को यह 78,800 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।
वैश्विक स्तर पर, कॉमेक्स (जिंस बाजार) सोना वायदा 7.40 डॉलर प्रति औंस या 0.28 प्रतिशत बढ़कर 2,665.90 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के विश्लेषक (जिंस शोध) मानव मोदी ने कहा, ‘‘पिछले सत्र में सोने और चांदी की कीमतों में तेजी देखी गई, जो कि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा ब्रिक्स देशों पर भारी शुल्क लगाने की चेतावनी के बाद डॉलर में मजबूती के बाद आई।''
मोदी ने कहा कि ट्रम्प की चेतावनी ने ब्रिक्स सदस्य देशों की मुद्राओं को नुकसान पहुंचाया और डॉलर को ऊंचा कर दिया, क्योंकि कारोबारियों को अमेरिका की ओर से और भी अधिक संरक्षणवादी नीतियों की आशंका है। इससे रुपए में और गिरावट आई और यह अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया। उन्होंने कहा कि इजराइल-हिजबुल्लाह युद्धविराम के जारी रहने के संकेतों से भी सोने की सुरक्षित निवेश के मांग में कमी आई, हालांकि रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव ने कुछ सुरक्षित खरीदारी को जारी रखा।