Edited By jyoti choudhary,Updated: 24 Jul, 2024 05:52 PM
महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने बुधवार को कहा कि भारत के निजी क्षेत्र को रोजगार सृजन तथा युवाओं को रोजगार योग्य बनाने की दिशा में सरकार के साथ मिलकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सामूहिक प्रयास के अभाव में देश का जनसांख्यिकीय...
नई दिल्लीः महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने बुधवार को कहा कि भारत के निजी क्षेत्र को रोजगार सृजन तथा युवाओं को रोजगार योग्य बनाने की दिशा में सरकार के साथ मिलकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सामूहिक प्रयास के अभाव में देश का जनसांख्यिकीय लाभांश, जनसांख्यिकीय आपदा में बदल सकता है। वित्त वर्ष 2024-25 के केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि यह इस बात का प्रमाण है कि सरकार रोजगार सृजन के साथ-साथ वृद्धि के महत्व को पहचानती है।
आनंद महिंद्रा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘जीडीपी में हमारी वृद्धि के मामले में हम दुनिया के लिए ईर्ष्या का विषय हैं। हमारे भविष्य को लेकर आश्वस्त होने के कारण हम निवेश के लिए दुनिया का पसंदीदा गंतव्य हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमारे लिए महत्वपूर्ण कार्य यह सुनिश्चित करना है कि इस वृद्धि के साथ-साथ रोजगार सृजन में भी तेजी आए।'' महिंद्रा ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा घोषित योजनाएं आशाजनक हैं।
निजी क्षेत्र से भी अपनी भूमिका निभाने का आग्रह करते हुए महिन्द्रा ने कहा कि उसे ‘‘आगे आकर रोजगार तथा रोजगार योग्यता दोनों में निवेश करके अपनी भूमिका निभानी होगी।'' उन्होंने आगाह किया, ‘‘यदि हम सब इस काम के लिए एक साथ नहीं आएंगे, तो जनसांख्यिकीय लाभांश, एक जनसांख्यिकीय आपदा में बदल जाएगा।''