Edited By jyoti choudhary,Updated: 28 Feb, 2025 04:23 PM

केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े जारी कर दिए हैं। दिसंबर तिमाही में भारत की विकास दर 6.2 फीसदी रही जो अनुमान 6.3 फीसदी से थोड़ी कम है।
बिजनेस डेस्कः अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में GDP ग्रोथ बढ़कर 6.2 फीसदी पर पहुंच गई है, जबकि 6.3 फीसदी की अनुमान लगाया गया था। सितंबर तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ 5.4 फीसदी पर थी। एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में जुलाई से सितंबर तिमाही में स्लोडाउन देखने को मिला था, जिसमें जीडीपी ग्रोथ रेट गिरकर 5.4 फीसदी पर आ गई, जो सात तिमाहियों में सबसे धीमी थी। अर्थशास्त्रियों ने इस मंदी के लिए कमजोर शहरी डिमांड और पिछले साल राष्ट्रीय चुनावों के कारण सरकारी खर्च में देरी को जिम्मेदार ठहराया था।
दिसंबर तिमाही के जीडीपी आकड़ों को सालाना आधार पर देखें तो Q3 GDP ग्रोथ 8.6 फीसदी से घटकर 6.2 फीसदी पर आ गई है। नेशनल स्टैटिक्स ऑफिस (NSO) के आकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2025 में भारत की ग्रोथ रेट 6.5 फीसदी रहने का अनुमान है।
बीते साल का GDP का हाल
2020: -5.8% (कोविड-19 महामारी के कारण गिरावट)
2021: 9.7% (महामारी के बाद स्ट्रॉन्ग रिबाउंड का संकेत)
2022: 7.0% (स्थिर विकास)
2023: 8.2% (आर्थिक सुधार जारी)
GDP क्या है?
इकोनॉमी की हेल्थ को ट्रैक करने के लिए GDP का इस्तेमाल होता है। ये देश के भीतर एक तय समय में बनाए गए सभी गुड्स और सर्विस की वैल्यू को दिखाती है। इसमें देश की सीमा के अंदर रहकर जो विदेशी कंपनियां प्रोडक्शन करती हैं उन्हें भी शामिल किया जाता है।