Edited By jyoti choudhary,Updated: 16 Jan, 2022 11:41 AM
शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह कुछ बड़ी कंपनियों के दिसंबर, 2021 की तीसरी तिमाही के नतीजों से तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय जताई है। सप्ताह के दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज, हिंदुस्तान यूनिलीवर और बजाज फाइनेंस सहित कुछ अन्य कंपनियां अपने तीसरी
नई दिल्लीः शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह कुछ बड़ी कंपनियों के दिसंबर, 2021 की तीसरी तिमाही के नतीजों से तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय जताई है। सप्ताह के दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज, हिंदुस्तान यूनिलीवर और बजाज फाइनेंस सहित कुछ अन्य कंपनियां अपने तीसरी तिमाही के नतीजों की घोषणा करेंगी। विश्लेषकों ने कहा कि इसके अलावा कोविड-19 की स्थिति, वैश्विक बाजार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के निवेश का रुख, रुपए-डॉलर का उतार-चढ़ाव और ब्रेंट कच्चे तेल के दाम भी बाजार को दिशा देंगे।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष-शोध अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘इस सप्ताह तिमाही नतीजों का सीजन रफ्तार पकड़ेगा। बाजार भागीदारों की निगाह रिलायंस, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज ऑटो, जेएसडब्ल्यू स्टील, बजाज फाइनेंस, एशियन पेंट्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसी कुछ शीर्ष कंपनियों के आमदनी के ब्योरे पर रहेगी।’’ इससे पहले सोमवार को बाजार एचसीएल टेक्नोलॉजीज और एचडीएफसी बैंक के तिमाही नतीजों पर प्रतिक्रिया देगा।
मिश्रा ने कहा कि अन्य घटनाक्रमों के अलावा बाजार की उम्मीदें बजट पर भी टिकी हैं। साथ ही वैश्विक संकेतक और कोविड-19 के नए स्वरूप ओमीक्रोन से जुड़ी खबरें भी बाजार पर असर डालेंगी। स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ‘‘कई क्षेत्रों में बजट-पूर्व कदम शुरू हो गए हैं। यह इस सप्ताह भी जारी रहेंगे। वैश्विक बाजार कुछ अस्थिरता दिखा रहे हैं जिसका यहां भी असर पड़ सकता है।’’
उन्होंने कहा कि कोविड के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन अस्पताल में भर्ती होने की संख्या और मृत्यु दर बहुत कम है। इसलिए बाजार ज्यादा चिंतित नहीं है। तीसरी तिमाही के नतीजों, वैश्विक संकेतकों और बजट-पूर्व उम्मीदों के बीच बाजार में उतार-चढ़ाव रह सकता है। सप्ताह के दौरान सिएट और बजाज फिनसर्व के तिमाही नतीजे भी आने हैं। बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,478.38 अंक या 2.47 प्रतिशत के लाभ में रहा।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि इस सप्ताह घरेलू बाजार तिमाही नतीजों पर ध्यान देगा। बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र मुख्य केंद्र में रहेंगे। इसके अलावा बाजार की दिशा कोविड-19 से जुड़े घटनाक्रमों से भी तय होगी।