Edited By jyoti choudhary,Updated: 19 Aug, 2024 01:17 PM
देशभर में आज सोमवार को (19 अगस्त) राखी का त्यौहार मनाया जा रहा है। इस अवसर पर राखी और उपहारों की खूब बिक्री होती है। इस बार राखियों की बिक्री ने नया रिकॉर्ड (Rakshabandhan Record Sale) बनाया है। इस साल राखी के दिन से पहले ही 12,000 करोड़ रुपए से...
बिजनेस डेस्कः देशभर में आज सोमवार को (19 अगस्त) राखी का त्यौहार मनाया जा रहा है। इस अवसर पर राखी और उपहारों की खूब बिक्री होती है। इस बार राखियों की बिक्री ने नया रिकॉर्ड (Rakshabandhan Record Sale) बनाया है। इस साल राखी के दिन से पहले ही 12,000 करोड़ रुपए से ज्यादा का कारोबार हो चुका है। इस बार लोगों ने चीनी राखियों से दूरी बनाई।
पिछले साल राखी पर 10,000 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ था लेकिन इस बार राखी (Raksha Bandhan 2024) से पहले ही पिछले साल का ये आंकड़ा पार हो गया है।
कैट ने जारी किए आंकड़े
कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (Confederation of All India Traders) ने राखी पर हुए कारोबार के आंकड़े जारी किए हैं जिसके अनुसार देशभर में राखी के त्यौहार पर 12 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का कारोबार हुआ है। रविवार देर रात तक राखी और तोहफे खरीदने वालों की बाजार में रौनक लगी रही। राखी के दिन भी बाजार गुलजार है।
चीनी राखियों से बनाई दूरी
इस बार बाजार में न ही चीनी राखियों की डिमांड दिखी और न ही राखियां। लोग चीनी राखियों से दूरी बना रहे हैं। कैट के महामंत्री तथा चांदनी चौक से सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने राखियों की बिक्री के बारे में बयान जारी किए, जिसके अनुसार पिछले दिनों से बाजार में राखियों की भारी मांग है। जिसके कारण कारोबार पिछले साल के मुकाबले इस साल ज्यादा हुआ।
साल 2022 में राखी पर 10 हजार करोड़ रुपए का कारोबार हुआ था। उसके एक साल पहले साल 2021 यह आंकड़ा 6 हजार करोड़ रुपए, साल 2020 में 5 हजार करोड़ रुपए और साल वर्ष 2019 में राखी के मौके पर 3500 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ था।
Blinkit में हुई रिकॉर्ड बिक्री
क्विक कॉमर्स कंपनी ब्लिंकिट के फाउंडर अलबिंदर का कहना है कि इस साल उनके प्लेटफार्म के जरिये रिकॉर्ड बिक्री हुई है। रविवार रात उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट करके जानकारी दी, जिसमें उन्होंने लिखा कि इस साल राखी पर नया रिकॉर्ड बना।
उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा की प्रति मिनट राखियों की सेल में वृद्धि हुई, जिसके कारण एक ही दिन में राखियों की रिकॉर्ड सेल हुई। राखियों के अलावा चॉकलेट और अन्य तोहफों की भी खूब बिक्री हुई। विदेशों से भी राखियां और तोहफे बेचने में वृद्धि हुई है।