Edited By jyoti choudhary,Updated: 10 Oct, 2024 12:20 PM
उद्योग मंडल फिक्की ने उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर बृहस्पतिवार को शोक व्यक्त करते हुए उन्हें एक ऐसा आदर्श बताया, जिन्होंने नैतिक पूंजीवाद के अपने दृष्टिकोण से उद्यमियों की कई पीढ़ियों को प्रेरित किया। फिक्की के अध्यक्ष अनीश शाह ने कहा, ‘‘फिक्की रतन...
नई दिल्लीः उद्योग मंडल फिक्की ने उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर बृहस्पतिवार को शोक व्यक्त करते हुए उन्हें एक ऐसा आदर्श बताया, जिन्होंने नैतिक पूंजीवाद के अपने दृष्टिकोण से उद्यमियों की कई पीढ़ियों को प्रेरित किया। फिक्की के अध्यक्ष अनीश शाह ने कहा, ‘‘फिक्की रतन टाटा को न केवल एक सफल व्यवसायी के रूप में, बल्कि एक आदर्श व्यक्ति के रूप में भी याद करता है, जिन्होंने ईमानदारी, विनम्रता तथा सामाजिक जिम्मेदारी के मूल्यों को अपनाया।''
इसी तरह भारतीय वाणिज्य एंव उद्योग मंडल (एसोचैम) ने रतन टाटा को एक प्रतिष्ठित व्यक्ति बताया, जिनका प्रभाव भारतीय उद्योग जगत से परे फैला है। एसोचैम के महासचिव दीपक सूद ने कहा, ‘‘ टाटा ने न केवल विविधतापूर्ण टाटा समूह को दुनिया के कई देशों में पहुंचाया, बल्कि सूचना प्रौद्योगिकी, मोटर वाहन, इस्पात तथा आतिथ्य सहित विभिन्न क्षेत्रों में वैश्विक परिदृश्य पर भारत की ब्रांड इक्विटी में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।''
उन्होंने कहा, ‘‘उनका जीवन भारत के उद्यमियों के लिए वैश्विक स्तर पर सोचने और आगे बढ़ने, बेदाग प्रतिष्ठा तथा कॉर्पोरेट प्रशासन के उच्च मानक को बनाए रखने के लिए प्रेरणास्रोत रहेगा।'' टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन रतन नवल टाटा ने बुधवार रात साढ़े 11 बजे दक्षिण मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह 86 वर्ष के थे।