Edited By jyoti choudhary,Updated: 24 Feb, 2025 10:43 AM

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 21 फरवरी 2025 को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की, जिसमें वर्ष 2025 के दौरान प्रीमैच्योर रिडेम्पशन के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) की तिथियों की जानकारी दी गई है। इसके साथ ही इसमें यह भी बताया गया है कि यदि निवेशक अपने गोल्ड...
बिजनेस डेस्कः भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 21 फरवरी 2025 को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की, जिसमें वर्ष 2025 के दौरान प्रीमैच्योर रिडेम्पशन के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) की तिथियों की जानकारी दी गई है। इसके साथ ही इसमें यह भी बताया गया है कि यदि निवेशक अपने गोल्ड बॉन्ड को समय से पहले भुनाना चाहते हैं, तो उन्हें किन तिथियों पर अपना आवेदन जमा करना होगा। आइए इस विषय पर विस्तार से जानते हैं।

SGB गोल्ड में निवेश करना क्या है?
SGB गोल्ड में डिजिटल निवेश करने का एक तरीका है। इससे आपको ब्याज भी मिलता है। यह उन निवेशकों के लिए एक अच्छा ऑप्शन है, जो सोने से सुरक्षित और स्थिर रिटर्न चाहते हैं। ये बॉन्ड सरकार की तरफ से जारी होते हैं। इनका मूल्य सोने की कीमत पर आधारित होता है। SGB की प्रीमैच्योर रिडेम्पशन पांच साल पूरे होने के बाद ही किया जा सकता है।
शेड्यूल किया जारी
RBI की प्रेस रिलीज के अनुसार साल 2025 में SGB के प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन का शेड्यूल जारी कर दिया है। RBI ने उन तारीखों की जानकारी दी है। अगर किसी दिन छुट्टी होती है तो इन तारीखों में बदलाव हो सकता है। निवेशकों को ध्यान देना चाहिए कि वे प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन के लिए आवेदन कहां और कब कर सकते हैं। SGB के लिए प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन की कीमत इस सप्ताह के पिछले हफ्ते के सोने की औसत कीमत पर आधारित होती है।
SGB में कौन निवेश कर सकता है?
SGB में केवल वे लोग निवेश कर सकते हैं जो भारत में निवास करते हैं। इसके अलावा, अगर कोई व्यक्ति पहले भारतीय निवासी था और अब वह नॉन-रेजिडेंट हो गया है। ऐसे में वह SGB को तब तक रख सकता है जब तक कि वह रिडेम्प्शन या मैच्योरिटी नहीं कर लेता। SGB विभिन्न समयों में RBI द्वारा जारी किए जाते हैं। SGB की प्रीमैच्योर रिडेम्पशन पांच साल पूरे होने के बाद ही किया जा सकता है।