Edited By jyoti choudhary,Updated: 20 Nov, 2024 10:25 AM
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गोल्ड लोन देने में पाई गई कमियों पर नाराजगी जताते हुए बैंकों और गोल्ड लोन कंपनियों को सख्त चेतावनी दी है। इसके बाद गोल्ड लोन इंडस्ट्री मासिक भुगतान योजना (EMI) शुरू करने पर विचार कर रही है, जिसमें लोन लेने वालों को ब्याज...
बिजनेस डेस्कः भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गोल्ड लोन देने में पाई गई कमियों पर नाराजगी जताते हुए बैंकों और गोल्ड लोन कंपनियों को सख्त चेतावनी दी है। इसके बाद गोल्ड लोन इंडस्ट्री मासिक भुगतान योजना (EMI) शुरू करने पर विचार कर रही है, जिसमें लोन लेने वालों को ब्याज और मूलधन का भुगतान मासिक किस्तों में करना होगा।
RBI के नए निर्देश
RBI ने अपने सर्कुलर (30 सितंबर) में गोल्ड लोन की प्रक्रिया में अनियमितताओं की ओर संकेत दिया था, जिसमें सोर्सिंग, वैल्यूएशन, LTV रेशियो की निगरानी और नीलामी में पारदर्शिता की कमी पाई गई। RBI चाहता है कि कंपनियां लोन लेने वाले की भुगतान क्षमता को प्राथमिकता दें और सिर्फ गिरवी रखे आभूषणों पर निर्भर न रहें।
बुलेट रीपेमेंट पर सख्ती, टर्म लोन का विकल्प
अब तक गोल्ड लोन कंपनियां बुलेट रीपेमेंट विकल्प देती थीं, जिसमें लोन लेने वाले को अवधि के अंत में एकमुश्त भुगतान करना होता था। अब कंपनियां टर्म लोन विकल्प भी लाने पर विचार कर रही हैं, जिसमें लोन अप्रूवल के तुरंत बाद EMI के रूप में भुगतान शुरू करना होगा।