रेपो रेट में लगातार आठवीं बार बदलाव नहीं, RBI ने 6.5% पर रेपो रेट बरकरार रखी

Edited By jyoti choudhary,Updated: 07 Jun, 2024 10:27 AM

rbi will announce interest rates today no change expected in repo rate

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की अगुवाई वाली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने शुक्रवार को नीतिगत दर यानी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। यानी ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखा है। इस तरह सस्ते कर्ज और कम ईएमआई के लिए लोगों को अभी और इंतजार करना पड़ेगा।...

बिजनेस डेस्कः भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की अगुवाई वाली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने शुक्रवार को नीतिगत दर यानी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। यानी ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखा है। इस तरह सस्ते कर्ज और कम ईएमआई के लिए लोगों को अभी और इंतजार करना पड़ेगा। इस बात की घोषणा आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने की। आरबीआई की एमपीसी ने 4:2 बहुमत से रेपो दर को 6.5% पर अपरिवर्तित रखने का फैसला किया। दर-निर्धारण पैनल ने ‘सहूलियत वापस लेने’ के रुख को भी बरकरार रखने का फैसला किया। रेपो दर वह ब्याज दर है जिस पर आरबीआई वाणिज्यिक बैंकों को धन की कमी होने पर ऋण प्रदान करता है। यह मौद्रिक अधिकारियों के लिए मुद्रास्फीति के दबावों को प्रबंधित करने के लिए एक उपकरण के रूप में कार्य करता है।

खाद्य मुद्रास्फीति ऊंची बनी हुई

आरबीआई गवर्नर ने कहा कि ईंधन की कीमतों में गिरावट जारी है, खाद्य मुद्रास्फीति ऊंची बनी हुई है। उन्होंने कहा कि एमपीसी मुद्रास्फीति, विशेष रूप से खाद्य मुद्रास्फीति के बाहरी जोखिमों के प्रति सतर्क है, क्योंकि इससे अवस्फीति की राह में देरी हो सकती है। भारतीय रिजर्व बैंक मुद्रास्फीति को भारतीय रिजर्व बैंक के लक्ष्य स्तर तक कम करने और मुद्रास्फीति की उम्मीद को स्थिर रखने ध्यान केंद्रित कर रहा है। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि आरबीआई मुद्रास्फीति को टिकाऊ आधार पर 4% के लक्ष्य पर लाने के लिए प्रतिबद्ध है।

RBI ने FY25 के लिए मुद्रास्फीति अनुमान 4.5% पर बरकरार रखा

Q1FY25 मुद्रास्फीति अनुमान 4.9% पर बरकरार रखा गया
Q2FY25 मुद्रास्फीति अनुमान 3.8% पर बरकरार रखा गया
Q3FY25 मुद्रास्फीति अनुमान 4.6% पर बरकरार रखा गया
Q4FY25 मुद्रास्फीति अनुमान 4.5% पर बरकरार रखा गया

कितनी रहेगी GDP ग्रोथ और खुदरा महंगाई

दास ने कहा कि वित्त वर्ष 2025 के लिए वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर 7 प्रतिशत से बढ़कर 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में स्थिर विवेकाधीन खर्च के साथ निजी खपत में सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि निवेश गतिविधि में तेजी जारी है। साथ ही कहा कि आईएमडी द्वारा सामान्य से अधिक दक्षिण-पश्चिम मानसून के पूर्वानुमान से खरीफ उत्पादन में वृद्धि होने की उम्मीद है। गवर्नर ने कहा कि खाद्य मुद्रास्फीति अभी भी आरबीआई के लिए बड़ी चिंता का विषय है। गवर्नर ने कहा कि सामान्य से अधिक मानसून का पूर्वानुमान खरीफ फसल के लिए अच्छा है। सामान्य मानसून मानते हुए - वित्त वर्ष 2025 के लिए सीपीआई 4.5% रहने का अनुमान है।

चालू वित्तीय वर्ष में RBI की MPC मीटिंग की तारीख

3-5 अप्रैल, 2024
5-7 जून, 2024
6-8 अगस्त, 2024
7-9 अक्टूबर, 2024
4-6 दिसंबर, 2024
5-7 फ़रवरी, 2025

सब्जियों की कीमतें बढ़ रही

दास ने कहा कि गर्मी के मौसम में सब्जियों की कीमतें बढ़ रही हैं। ईंधन की कीमतों में गिरावट के लिए दास ने मुख्य तौर पर एलपीजी की कीमतों में कटौती को जिम्मेदार ठहराया ।साथ ही उन्होंने खाद्य पदार्थों की कीमतों में वृद्धि के वैश्विक रुझान पर प्रकाश डाला, जो व्यापक बाजार गतिशीलता में बदलाव का संकेत देता है।

भारतीय करेंसी पर क्या बोला

आरबीआई गवर्नर ने कहा कि भारतीय रुपया अपनी स्थिरता बनाए रख है और 10 साल के नोट पर कोई बदलाव नहीं हुआ है। वर्तमान में, स्थानीय मुद्रा अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.47 पर कारोबार कर रही है।

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