Edited By jyoti choudhary,Updated: 22 Apr, 2025 06:19 PM
भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र ने पिछले तीन कैलेंडर साल के दौरान 26.7 अरब डॉलर का इक्विटी निवेश आकर्षित किया है। सीआईआई-सीबीआरई की रिपोर्ट के अनुसार, इसमें कुल निवेश का एक-चौथाई से अधिक सिर्फ मुंबई शहर को प्राप्त हुआ। रियल एस्टेट परामर्श कंपनी सीबीआरई...
नई दिल्लीः भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र ने पिछले तीन कैलेंडर साल के दौरान 26.7 अरब डॉलर का इक्विटी निवेश आकर्षित किया है। सीआईआई-सीबीआरई की रिपोर्ट के अनुसार, इसमें कुल निवेश का एक-चौथाई से अधिक सिर्फ मुंबई शहर को प्राप्त हुआ। रियल एस्टेट परामर्श कंपनी सीबीआरई और उद्योग मंडल भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने मंगलवार को एक संयुक्त रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट में रियल एस्टेट परिदृश्य और प्रचलित वित्तपोषण रणनीतियों का एक खाका पेश किया गया है, जिनमें इक्विटी और ऋण निवेश और एआईएफ से संबंधित रणनीतियां, तथा अन्य रणनीतिक जानकारियां शामिल हैं।
परामर्श कंपनी ने कहा, “साल 2022-24 के दौरान भारत में कुल रियल एस्टेट इक्विटी निवेश 26.7 अरब डॉलर रहा। मुंबई 6.9 अरब डॉलर के उच्चतम प्रवाह के साथ रियल एस्टेट इक्विटी निवेश में शीर्ष पर रहा। निवेश में उसकी हिस्सेदारी 26 प्रतिशत रही।” इस अवधि के दौरान मुंबई, दिल्ली-एनसीआर और बेंगलुरु ने कुल मिलाकर लगभग 16.5 अरब डॉलर आकर्षित किए, जो कुल मिलाकर 62 प्रतिशत हिस्सा है। रिपोर्ट ‘ब्रिक्स एंड बिलियन्स - मैपिंग द फाइनेंसिंग लैंडस्केप ऑफ रियल एस्टेट' में कहा गया, “प्रवेश द्वार वाले शहरों का यह निरंतर प्रभुत्व निवेश-ग्रेड परियोजनाओं, मजबूत शहरी बुनियादी ढांचे, कुशल प्रतिभा पूल, परिसंपत्ति वर्गों में मजबूत मांग और लगातार संगठित हो रहे रियल एस्टेट पारिस्थितिकी तंत्र द्वारा प्रेरित था।”
भूमि/विकास स्थलों ने इक्विटी निवेश का सबसे बड़ा हिस्सा आकर्षित किया, जो कैलेंडर वर्ष 2022-24 के बीच कुल प्रवाह का 44 प्रतिशत था। इसके बाद निर्मित कार्यालय परिसंपत्तियों का स्थान था, जिनकी हिस्सेदारी 32 प्रतिशत थी। कैलेंडर वर्ष 2022 और 2024 के बीच, दूसरी श्रेणी के शहरों में कुल रियल एस्टेट इक्विटी निवेश का लगभग 10 प्रतिशत हिस्सा आया, जो लगभग तीन अरब डॉलर था।
सीबीआरई के भारत, दक्षिण-पूर्ण एशिया, पश्चिम एशिया एवं अफ्रीका के चेयरमैन एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अंशुमान मैगजीन ने कहा, “भारत का रियल एस्टेट क्षेत्र वृद्धि के एक नए चरण में प्रवेश कर रहा है, जिसे मजबूत पूंजी प्रवाह और निवेश के लिए तैयार पर्याप्त मात्रा में संसाधनों से बल मिल रहा है।” उन्होंने कहा कि मजबूत निवेशक भावना, विशेष रूप से निर्मित कार्यालय परिसंपत्तियों और आवासीय विकास में मजबूत बुनियादी बातों और स्थिर अंतिम उपयोगकर्ता मांग पर आधारित है।