Edited By jyoti choudhary,Updated: 10 Aug, 2024 04:19 PM
कर्ज में डूबे उद्योगपति अनिल अंबानी को झटका लगा है, क्योंकि उनकी कंपनी रिलायंस कैपिटल अब उनके हाथ से निकलकर इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स (IIHL) के नियंत्रण में आ गई है। रिलायंस कैपिटल को खरीदने के लिए सबसे ऊंची बोली लगाने वाली IIHL ने 2,750 करोड़...
बिजनेस डेस्कः कर्ज में डूबे उद्योगपति अनिल अंबानी को झटका लगा है, क्योंकि उनकी कंपनी रिलायंस कैपिटल अब उनके हाथ से निकलकर इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स (IIHL) के नियंत्रण में आ गई है। रिलायंस कैपिटल को खरीदने के लिए सबसे ऊंची बोली लगाने वाली IIHL ने 2,750 करोड़ रुपए की राशि एक निर्धारित एस्क्रो अकाउंट में जमा कर दी है, जैसा कि नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने निर्देश दिया था। सूत्रों के अनुसार, हिंदुजा ग्रुप की इस कंपनी ने न केवल यह राशि ट्रांसफर की है, बल्कि बैंकों की एक बाइंडिंग टर्म शीट भी प्रस्तुत की है, जिसमें ट्रांजैक्शन की फंडिंग के लिए बैंकों से लिए गए लोन का पूरा विवरण शामिल है।
गुरुवार को NCLT ने IIHL को 10 अगस्त तक समाधान योजना को लागू करने और 2,750 करोड़ रुपए लेनदारों की समिति (CoC) द्वारा डिजाइन एस्क्रो खाते में जमा करने का निर्देश दिया था। इससे पहले 1 अगस्त को रिलायंस कैपिटल के लेंडर्स ने आईआईएचएल को एक पत्र लिखकर कहा था कि अगर जल्दी से जल्दी 2,750 करोड़ रुपए का भुगतान नहीं किया गया था तो इसके प्रतिकूल परिणाम होंगे। आईआईएचएल ने दावा किया था कि कंपनी के पास एस्क्रो खाते का विवरण नहीं था जिस कारण यह पैसा उसने अपने खाते में ट्रांसफर कर दिया था।
कितना है कर्ज
रिलायंस कैपिटल को खरीदने के लिए IIHL ने 9,861 करोड़ रुपए की बोली लगाई थी जिसे पिछले साल जून में अधिकांश लेनदारों ने मंजूरी दे दी थी। रिलायंस कैपिटल में करीब 20 फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनियां हैं। इनमें सिक्योरिटीज ब्रोकिंग, इंश्योरेंस और एक एआरसी शामिल है। आरबीआई ने भारी कर्ज में डूबी रिलायंस कैपिटल के बोर्ड को 30 नवंबर 2021 को भंग कर दिया था और इसके खिलाफ इनसॉल्वेंसी प्रॉसीडिंग शुरू की थी। कंपनी पर क्रेडिटर्स का करीब 23,666 करोड़ रुपए का कर्ज है।