Edited By jyoti choudhary,Updated: 29 Aug, 2024 06:33 PM
रिलायंस की एजीएम में आज निवेशकों को एक के साथ एक बोनस शेयर देने की घोषणा हुई है लेकिन निवेशकों को इसमें ज्यादा खुश होने की जरूरत नहीं हैं क्योंकि इससे निवेशकों द्वारा किए गए निवेश की वैल्यू नहीं बढ़ेगी बल्कि उनके पास रिलायंस के शेयरों की संख्य...
बिजनेस डेस्कः रिलायंस इंडस्ट्रीज की 47वीं सालाना आम बैठक (Reliance AGM) में आज निवेशकों को एक के साथ एक बोनस शेयर देने की घोषणा हुई है लेकिन निवेशकों को इसमें ज्यादा खुश होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि इससे निवेशकों द्वारा किए गए निवेश की वैल्यू नहीं बढ़ेगी बल्कि उनके पास रिलायंस के शेयरों की संख्य दोगुनी हो जाएगी लेकिन शेयर की कीमत कम होकर आधी रह जाएगी।
आइए समझते हैं बोनस शेयर क्या होते हैं और कंपनियां बोनस शेयर क्यों इश्यू करती हैं और इससे निवेशकों व कंपनी को क्या फायदा होगा?
यह भी पढ़ेंः Reliance AGM: Jio ने तोड़ा रिकॉर्ड, बनी दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल डेटा कंपनी
क्या होते हैं बोनस शेयर?
बोनस शेयर (Bonus Shares) वे मुफ्त शेयर होते हैं जो कंपनी के मौजूदा शेयरधारकों को बिना किसी अतिरिक्त लागत के दिए जाते हैं। बोनस शेयर खास अनुपात (जैसे 1:1, 1:2 आदि) में जारी किए जाते हैं। इसका मतलब है कि कंपनी मौजूदा शेयरधारकों द्वारा रखे गए प्रत्येक एक शेयर के लिए एक बोनस शेयर जारी करती है।
यह भी पढ़ेंः Reliance ने दी 1.7 लाख नई नौकरियां, कुल 6.5 लाख हुई कर्मचारियों की तादाद
कंपनी बोनस शेयर क्यों जारी करती है?
- कंपनी बोनस शेयर इसलिए जारी करती है ताकि स्टॉक में तरलता बढ़े और निवेशकों की हिस्सेदारी में वृद्धि हो।
- दूसरी बात, बोनस जारी करने के बाद स्टॉक की कीमत एक उचित सीमा तक गिर जाती है, जिससे निवेशकों के लिए और अधिक शेयर खरीदना सस्ता हो जाता है।
- तीसरी बात, यदि कंपनी प्रति शेयर लाभांश भुगतान में वृद्धि करने का निर्णय लेती है, तो यह निवेश में मूल्य जोड़ देगा।
क्यों गिर जाती है स्टॉक की कीमत
बोनस जारी होने के बाद कंपनी का रिजर्व घट जाता है और शेयर पूंजी का विस्तार हो जाता है। कंपनी का वास्तविक बुक मूल्य वही रहता है लेकिन बकाया शेयरों की संख्या बढ़ने के कारण प्रति शेयर बुक मूल्य गिर जाता है। इसी तरह कंपनी की प्रति शेयर आय भी घट जाती है और मूल्यांकन बनाए रखने के लिए स्टॉक की कीमत को उसी अनुपात में समायोजित किया जाता है।