Edited By jyoti choudhary,Updated: 12 Mar, 2025 04:23 PM

फरवरी में खुदरा मुद्रास्फीति (Retail inflation) में जनवरी के मुकाबले गिरावट दर्ज की जा सकती है। खासकर खाने-पीने की वस्तुओं के दाम कम होने के कारण यह 4% से नीचे आ सकती है, जो रिजर्व बैंक के लक्ष्य के अनुरूप है। सांख्यिकी मंत्रालय आज शाम 4 बजे महंगाई...
बिजनेस डेस्कः शेयर बाजार बंद होने के बाद महंगाई पर बड़ी खबर आई है। होली से पहले महंगाई के मोर्चे पर आम जनता को बड़ी राहत मिली है। भारत की खुदरा महंगाई (Retail Inflation), जो उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) पर आधारित है, फरवरी 2025 में घटकर 3.61% पर आ गई। जनवरी 2025 में यह 4.31% थी। सरकार द्वारा बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, खाद्य वस्तुओं की कीमतों में कमी आने से महंगाई दर में यह गिरावट दर्ज की गई है। यह पहली बार है जब छह महीनों में महंगाई दर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के 4% के मध्यम अवधि लक्ष्य से नीचे आई है।
जनवरी में रिटेल महंगाई 5 महीने के निचले स्तर 4.31% पर आ गई थी। अगस्त में महंगाई 3.65% पर थी। इससे पहले दिसंबर में महंगाई 5.22% रही थी। महंगाई के बास्केट में लगभग 50% योगदान खाने-पीने की चीजों का होता है।
इस साल कितनी रहेगी महंगाई
अपनी सबसे हालिया मौद्रिक नीति बैठक में, रिजर्व बैंक ने वित्तीय वर्ष 2024-25 (FY25) के लिए अपने सीपीआई मुद्रास्फीति पूर्वानुमान को 4.8 प्रतिशत पर बनाए रखा, अंतिम तिमाही (Q4FY25) में 4.4 प्रतिशत की मामूली गिरावट की आशंका जताई।
औद्योगिक उत्पादन में तेजी
दूसरी ओर, भारत की औद्योगिक उत्पादन (IIP) वृद्धि दर जनवरी 2025 में बढ़कर 5% हो गई, जो दिसंबर 2024 में 3.2% थी। इससे संकेत मिलता है कि औद्योगिक गतिविधियां धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रही हैं।