Edited By jyoti choudhary,Updated: 24 Jan, 2025 05:23 PM
शुक्रवार को अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 22 पैसे की मजबूती के साथ 86.22 (अस्थायी) पर बंद हुआ। अमेरिकी डॉलर सूचकांक में गिरावट और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी ने रुपए को समर्थन दिया। हालांकि, विदेशी संस्थागत निवेशकों...
बिजनेस डेस्कः शुक्रवार को अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 22 पैसे की मजबूती के साथ 86.22 (अस्थायी) पर बंद हुआ। अमेरिकी डॉलर सूचकांक में गिरावट और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी ने रुपए को समर्थन दिया। हालांकि, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की निरंतर बिकवाली ने स्थानीय मुद्रा पर दबाव बनाए रखा।
रुपया सत्र की शुरुआत में 86.31 पर खुला और दिन के कारोबार के दौरान 86.16 के उच्चतम और 86.36 के निचले स्तर पर पहुंचा। अंत में यह बृहस्पतिवार के 86.44 के मुकाबले 22 पैसे की मजबूती के साथ 86.22 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
डॉलर सूचकांक में गिरावट
अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.56 प्रतिशत की गिरावट के साथ 107.44 पर आ गया। सीआर फॉरेक्स एडवाइजर्स के प्रबंध निदेशक अमित पबारी ने कहा कि वैश्विक अनिश्चितताओं के कम होने से डॉलर सूचकांक पर दबाव बना है। साथ ही, दावोस में विश्व आर्थिक मंच के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा ब्याज दरों में कटौती का सुझाव भी डॉलर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
कच्चे तेल की कीमतों में नरमी
अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड 0.47 प्रतिशत की बढ़त के साथ 78.66 डॉलर प्रति बैरल पर रहा, जो रुपए के लिए सहायक साबित हुआ।
शेयर बाजार का हाल
घरेलू शेयर बाजार में गिरावट देखी गई। बीएसई सेंसेक्स 329.92 अंक टूटकर 76,190.46 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 113.15 अंक की गिरावट के साथ 23,092.20 पर आ गया।
FII की बिकवाली का प्रभाव
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बृहस्पतिवार को 5,462.52 करोड़ रुपए की शुद्ध बिकवाली की। आगामी केंद्रीय बजट के मद्देनजर बाजार की धारणा और रुपए की दिशा पर खासा प्रभाव पड़ने की संभावना है।