Edited By jyoti choudhary,Updated: 25 Mar, 2025 12:26 PM

भारतीय रुपए के लिए राहत भरी खबर है। घरेलू शेयर बाजारों में तेजी और विदेशी निवेशकों की लिवाली से रुपया लगातार सातवें कारोबारी सत्र में मजबूत हुआ। सोमवार को अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 37 पैसे की बढ़त के साथ 85.61 प्रति डॉलर पर बंद हुआ,...
बिजनेस डेस्कः भारतीय रुपए के लिए राहत भरी खबर है। घरेलू शेयर बाजारों में तेजी और विदेशी निवेशकों की लिवाली से रुपया लगातार सातवें कारोबारी सत्र में मजबूत हुआ। सोमवार को अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 37 पैसे की बढ़त के साथ 85.61 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जिससे इस साल अब तक हुए सभी नुकसान की भरपाई हो गई।
रुपए की मजबूती के पीछे ये हैं प्रमुख कारण
- विदेशी निवेश: भारतीय शेयर बाजारों में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की भारी खरीदारी ने रुपए को मजबूती दी। सोमवार को उन्होंने 3,055.76 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे।
- कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट: वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में नरमी का असर रुपए पर सकारात्मक पड़ा।
- डॉलर की कमजोरी: छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर सूचकांक 0.09% गिरकर 103.99 पर आ गया, जिससे रुपए को समर्थन मिला।
- सरकारी नीतियों का असर: वित्त वर्ष के अंत में विदेशी बैंकों और निर्यातकों द्वारा डॉलर की बिक्री और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के ‘स्वैप’ में सरकारी बैंकों की कम खरीदारी ने रुपए को मजबूती दी।
रुपए की हालिया चाल
- सोमवार को रुपया 85.93 प्रति डॉलर पर खुला और कारोबार के दौरान 85.49 के उच्चतम और 86.01 के निचले स्तर तक पहुंचा।
- 31 दिसंबर 2024 को रुपया 85.64 प्रति डॉलर पर था, जबकि फरवरी में यह 87.59 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया था।