Edited By jyoti choudhary,Updated: 21 May, 2024 06:27 PM
विश्व की प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के कमजोर होने तथा अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों के नरम पड़ने के कारण मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया छह पैसे की मजबूती के साथ 83.31 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। बाजार सूत्रों ने...
मुंबईः विश्व की प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के कमजोर होने तथा अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों के नरम पड़ने के कारण मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया छह पैसे की मजबूती के साथ 83.31 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। बाजार सूत्रों ने कहा कि हालांकि, घरेलू शेयर बाजार में सुस्ती के रुख के कारण तेज बढ़त पर अंकुश लगा। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.32 प्रति डॉलर पर मजबूत खुला तथा कारोबार के दौरान 83.26 प्रति डॉलर के उच्चतम तथा 83.36 प्रति डॉलर के निचले स्तर तक आया।
अंत में अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले छह पैसे की तेजी के साथ 83.31 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ। पिछले कारोबारी सत्र में शुक्रवार को रुपया 83.37 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। आम चुनाव के मद्देनजर सोमवार को विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार बंद था। बीएनपी पारिबा बाय शेयरखान के अनुसंधान विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और ताजा विदेशी प्रवाह से भी रुपए को समर्थन मिला। फेडरल रिजर्व के ब्याज दर में कटौती की उम्मीद से अमेरिकी डॉलर में नरमी आई। लेकिन फेडरल रिजर्व के अधिकारियों की आक्रामक टिप्पणियों ने अमेरिकी डॉलर को निचले स्तर पर समर्थन दिया।''
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 52.63 अंक की गिरावट के साथ 73,953.31 अंक पर बंद हुआ। इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की मजबूती को परखने वाला डॉलर सूचकांक 0.07 प्रतिशत की गिरावट के साथ 104.38 रह गया। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.97 प्रतिशत की गिरावट के साथ 82.90 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजर में बिकवाल रहे और उन्होंने पिछले कारोबारी सत्र में शुद्ध रूप से 92.95 करोड़ रुपए के शेयर बेचे।