Edited By jyoti choudhary,Updated: 24 Sep, 2024 12:57 PM
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भारत की वृद्धि दर का अनुमान 6.8 प्रतिशत पर स्थिर रखा है और कहा कि उसे उम्मीद है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अक्टूबर की मौद्रिक नीति समीक्षा में ब्याज दरों में कटौती शुरू करेगा।
बिजनेस डेस्कः एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भारत की वृद्धि दर का अनुमान 6.8 प्रतिशत पर स्थिर रखा है और कहा कि उसे उम्मीद है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अक्टूबर की मौद्रिक नीति समीक्षा में ब्याज दरों में कटौती शुरू करेगा।
एशिया प्रशांत क्षेत्र के आर्थिक परिदृश्य पर जारी रिपोर्ट में एसएंडपी ने अगले वित्त वर्ष 2025-26 के लिए भी भारत की GDP वृद्धि दर का अनुमान 6.9 प्रतिशत पर बनाए रखा है। एजेंसी ने कहा कि भारत में मजबूत आर्थिक वृद्धि के चलते आरबीआई मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने पर बेहतर ध्यान केंद्रित कर सकेगा।
एसएंडपी ने कहा कि अप्रैल-जून तिमाही में ऊंची ब्याज दरों के कारण शहरी मांग प्रभावित हुई और जीडीपी वृद्धि की रफ्तार थोड़ी धीमी रही। हालांकि, यह अनुमानित 6.8 प्रतिशत वृद्धि दर के अनुरूप है। पिछले वित्त वर्ष 2023-24 में भारतीय अर्थव्यवस्था 8.2 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी।
एसएंडपी ने कहा कि वह आरबीआई से अक्टूबर में दरों में कटौती की उम्मीद करता है और वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान दो बार ब्याज दरों में कमी की संभावना है। एजेंसी का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष में औसत मुद्रास्फीति 4.5 प्रतिशत रहेगी। सरकार ने आरबीआई को मुद्रास्फीति को दोनों तरफ दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत पर रखने का लक्ष्य दिया है।
आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की अगली बैठक 7-9 अक्टूबर को होगी, जिसमें ब्याज दरों पर फैसला लिया जाएगा। फरवरी 2023 से नीतिगत दर 6.5 प्रतिशत पर स्थिर है। वहीं, अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने हाल ही में अपनी ब्याज दरों में 0.50 प्रतिशत की कटौती की है, जिसके बाद आरबीआई से भी 0.25 प्रतिशत की कटौती की उम्मीद की जा रही है।