Edited By jyoti choudhary,Updated: 09 Nov, 2024 01:01 PM
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने दूसरी तिमाही में 28% का शुद्ध लाभ वृद्धि दर्ज की जो ₹18,331 करोड़ तक पहुंच गया। यह लाभ मुख्य रूप से ऋण से आय में वृद्धि और परिचालन खर्चों में गिरावट के कारण हुआ, जिससे उच्च प्रावधानों के प्रभाव को संतुलित किया गया। SBI का...
बिजनेस डेस्कः भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने दूसरी तिमाही में 28% का शुद्ध लाभ वृद्धि दर्ज की जो ₹18,331 करोड़ तक पहुंच गया। यह लाभ मुख्य रूप से ऋण से आय में वृद्धि और परिचालन खर्चों में गिरावट के कारण हुआ, जिससे उच्च प्रावधानों के प्रभाव को संतुलित किया गया। SBI का जमा आधार सितंबर तिमाही में 50 लाख करोड़ रुपए को पार कर गया।
चेयरमैन सीएस शेट्टी ने अगस्त के अंत में पदभार संभालने के बाद लाभ में वृद्धि का श्रेय परिचालन खर्चों को नियंत्रित करने और परिचालन आय को बढ़ाने को दिया। उन्होंने कहा कि पिछले साल की समान अवधि में बैंक के परिचालन खर्चों में 'कर्मचारी लागत' के कारण उछाल था।
बैंक का शुद्ध ब्याज मार्जिन (NIM) पिछले साल की समान अवधि के 3.29% से घटकर 3.14% हो गया। सेठी ने बताया, "हमने अग्रिम ऋणों की उपज पर ध्यान देने की कोशिश की, चाहे वह छोटा ही क्यों न हो। हम मुख्य रूप से अपनी मूल ब्याज आय को बढ़ाने और गैर-ब्याज आय पर नए सिरे से ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, साथ ही परिचालन खर्चों को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं।"
मुख्य वित्तीय आंकड़े
- शुद्ध ब्याज आय 5% बढ़कर ₹41,620 करोड़ हुई।
- गैर-ब्याज आय में 41.5% की वृद्धि हुई और यह ₹51,271 करोड़ तक पहुंची।
- परिचालन खर्च 5.5% घटकर ₹29,294 करोड़ हो गए।