Edited By jyoti choudhary,Updated: 17 Aug, 2024 10:41 AM
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने करोड़ों ग्राहकों को बड़ा झटका दिया है। एसबीआई ने अपनी अलग-अलग अवधि के लिए मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट्स (MCLR) में 10 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी का ऐलान किया है। नई दरें आज गुरुवार 15 अगस्त,...
बिजनेस डेस्कः देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने करोड़ों ग्राहकों को बड़ा झटका दिया है। एसबीआई ने अपनी अलग-अलग अवधि के लिए मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट्स (MCLR) में 10 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी का ऐलान किया है। नई दरें गुरुवार 15 अगस्त, 2024 से लागू हो चुकी हैं। गौरतलब है कि यह एमसीएलआर में बढ़ोतरी का लगातार तीसरा महीना है।
जून 2024 से अब तक, एसबीआई ने ब्याज दरों में कुल 0.30 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। इस बदलाव से 50 लाख रुपए के 20 साल के होम लोन पर ब्याज के रूप में 2.32 लाख रुपए अधिक चुकाने होंगे, जिससे मासिक ईएमआई 44,345 रुपए से बढ़कर 45,308 रुपए हो जाएगी। वहीं, 30 लाख के होम लोन पर कुल 1.40 लाख रुपए का अतिरिक्त ब्याज देना होगा।
ये हैं नई दरें
तीन साल की अवधि के लिए एसबीआई का नया एमसीएलआर अब 9% से बढ़कर 9.10% हो गया है, जबकि ओवरनाइट एमसीएलआर 8.10% से बढ़कर 8.20% हो गया है। यहां देखिए डिटेल-
- ओवरनाइट: 8.10% से बढ़कर 8.20%
- एक महीना: 8.35% से बढ़कर 8.45% हो गया
- तीन महीने: 8.40% से बढ़कर 8.50%
- छह महीने: 8.75% से बढ़कर 8.85%
- एक साल: 8.85% से बढ़कर 8.95%
- दो साल: 8.95% से बढ़कर 9.05%
- तीन साल: 9.00% से बढ़कर 9.10%
लगातार तीसरे महीने बढ़ोतरी
पीएसयू बैंक ने जून 2024 से कुछ अवधियों में एमसीएलआर को 30 आधार अंक (बीपीएस) तक बढ़ाया है। एमसीएलआर वह न्यूनतम ब्याज दर है जिसके नीचे कोई बैंक भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा अनुमत कुछ मामलों को छोड़कर, उधार नहीं दे सकता है। एमसीएलआर रेट में बढ़ोतरी का मतलब है कि ग्राहकों के लिए होम लोन, कार लोन, एजुकेशन लोन जैसे कर्ज का महंगा होना। बता दें कि आरबीआई द्वारा अप्रैल 2016 में उधार दरों के लिए बेंचमार्क के रूप में पिछली आधार दर प्रणाली की जगह एमसीएलआर की शुरुआत की गई थी।