Edited By jyoti choudhary,Updated: 21 Dec, 2024 05:33 PM
मार्कीट रैगुलेटर सेबी ने पीएनबी मैटलाइफ इंडिया इंश्योरैंस (PNB Metlife India Insurance) के एक इक्विटी डीलर द्वारा फ्रंट रनिंग (पूर्वसूचना प्राप्त करके ट्रेड करना) का मामला पकड़ा है, जिसमें डीलर और उसके साथियों ने 3 साल से ज्यादा के समय में 21.2...
बिजनेस डेस्कः मार्कीट रैगुलेटर सेबी ने पीएनबी मैटलाइफ इंडिया इंश्योरैंस (PNB Metlife India Insurance) के एक इक्विटी डीलर द्वारा फ्रंट रनिंग (पूर्वसूचना प्राप्त करके ट्रेड करना) का मामला पकड़ा है, जिसमें डीलर और उसके साथियों ने 3 साल से ज्यादा के समय में 21.2 करोड़ रुपए का अवैध मुनाफा कमाया। सेबी ने एक अंतरिम आदेश के तहत सचिन डागली (डीलर) सहित उसके 9 सहयोगियों को बाजार से बैन कर दिया है और उनसे अवैध रूप से कमाए गए मुनाफे की वसूली करने का आदेश दिया है।
सेबी ने बैंकों, म्यूचुअल फंड्स और डिपॉजिटरीज को आदेश दिया है कि वे इन 9 इकाइयों के सभी खातों को अगले आदेश तक ब्लॉक कर दें। सेबी की जांच इस मामले में जारी है। सेबी के आदेश में कहा गया है कि इसके निगरानी सिस्टम ने पीएनबी मैटलाइफ के ट्रेड्स में संभावित फ्रंट रनिंग का अलर्ट जैनरेट किया था। इसके बाद की जांच में यह सामने आया कि सचिन डागली पीएनबी मैटलाइफ के ट्रेड्स की जानकारी पहले सन्दीप शंभारकर को भेजता था, जो इसे सचिन के भाई तेजस डागली को भेज देता था।
6 अन्य मध्यस्थों की मदद से वे अंदरूनी जानकारी का लाभ उठाते हुए ऐसे शेयरों में व्यापार करते थे, जिन्हें पीएनबी मैटलाइफ खरीदने वाला था लेकिन उन बड़े ट्रेड्स के एक्सचेंज में भेजे जाने से पहले ही वे उस शेयर को खरीद लेते थे। जब पीएनबी मैटलाइफ के ट्रेड्स भेजे जाते और स्टॉक की कीमत बढ़ जाती, तो वे उन शेयरों को मुनाफे में बेच देते थे। कुछ अन्य मामलों में जब पीएनबी मैटलाइफ को कोई शेयर बेचना होता, तो वे पहले ही उसे शॉर्ट-सेल कर देते थे और फिर बड़े बिकवाली आदेशों के बाद स्टॉक की कीमत गिरने पर उस ट्रेड को मुनाफे में निपटा लेते थे।