SEBI का नया प्लान, पूंजी जुटाने नया तरीका बनाएगा आसान

Edited By jyoti choudhary,Updated: 03 Aug, 2024 01:35 PM

sebi is preparing a new way to raise capital sebi chief said

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) से प्राथमिक बाजारों को जल्द ही और प्रोत्साहन मिलने की संभावना है। प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के लिए आवेदन की प्रक्रिया को अधिक सरल और सुव्यवस्थित करने तथा सूचीबद्ध कंपनियों के लिए पूंजी जुटाने का एक नया...

बिजनोस डेस्कः भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) से प्राथमिक बाजारों को जल्द ही और प्रोत्साहन मिलने की संभावना है। प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के लिए आवेदन की प्रक्रिया को अधिक सरल और सुव्यवस्थित करने तथा सूचीबद्ध कंपनियों के लिए पूंजी जुटाने का एक नया तरीका तैयार किया जा रहा है। इससे कंपनियां कम समय में पूंजी जुटाने में सक्षम हो सकेंगी, जिससे निजी पूंजीगत खर्च को बढ़ावा मिलेगा।

बाजार में तेजी और पूंजी जुटाना

बाजार में तेजी का फायदा उठाते हुए विभिन्न कंपनियों ने IPO, राइट निर्गम और पात्र निजी नियोजन (QIP) के माध्यम से इस साल अब तक लगभग 1 लाख करोड़ रुपए जुटा लिए हैं। उद्योग संगठन फिक्की द्वारा आयोजित वार्षिक पूंजी बाजार सम्मेलन में सेबी की चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच ने कहा, "पूंजी बाजार की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका पूंजी निर्माण की होती है। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि वैश्विक स्तर पर भारत आईपीओ और अन्य निर्गम जारी करने की संख्या के आधार पर पहले स्थान पर है।"

बुच ने कहा कि ज्यादा पूंजी जुटाने के लिए कंपनियों को प्रोत्साहित करने के वास्ते सेबी जल्द ही नई व्यवस्था करेगी। इसके तहत निर्गम दस्तावेज के लिए नियामक ‘सरल’ प्रारूप पेश करेगा जिसमें रिक्त स्थान को भरने जैसा आसान तरीका होगा और जटिलताओं को समझाने के लिए एक अलग भाग होगा। बुच ने यह भी घोषणा की कि सेबी पूंजी जुटाने के एक नए तरीके पर काम कर रहा है जो राइट निर्गम और QIP को संचालित करने वाले ढांचे की तरह होगा।

सेबी प्रमुख ने कहा कि बड़ी तादाद में आईपीओ आवेदनों को देखते हुए नियामक इसकी जांच-परख और मंजूरी में लगने वाले समय को कम करने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि आईपीओ दस्तावेज की मंजूरी में लगने वाला समय कम हुआ है मगर अपूर्ण दस्तावेज, आवेदनों में विसंगति या आंतरिक जांच-परख के कारण कुछ देर होती है।

IPO आवेदनों की स्थिति

कुछ आईपीओ आवेदनों में खामियों के कारण अच्छे आईपीओ को मंजूरी हासिल करने की राह में बाधा आती है। बाजार नियामक तेजी से मंजूरी के लिए आर्टिफशल इंटेलिजेंस का उपयोग कर रहा है और 80 फीसदी काम इस तकनीक के जरिये किया जा रहा है। नियामक ने इस साल जुलाई तक 86 आईपीओ आवेदनों की जांच-परख की है। इनमें से 65 को मंजूरी दी गई और 16 को लौटा दिया गया जबकि 4 आवेदन वापस ले लिए गए।

नई परामर्श प्रक्रिया

सेबी पूंजी जुटाने के नए तरीके पर प्रतिक्रिया लेने के लिए जल्द ही परामर्श प्रक्रिया शुरू करेगा। बुच ने कहा, ‘हम राइट निर्गम और तरजीही आवंटन के लिए कॉम्बो प्रोडक्ट लाएंगे। राइट निर्गम की मौजूदा 23 दिन और तरजीही आवंटन की मौजूदा 42 दिन की समयसीमा घटाकर आधी की जाएगी।’ उन्होंने कहा, ‘इस कदम का उद्देश्य पूरी प्रक्रिया को एक्सप्रेसवे की तरह तेज बनाना है ताकि पूंजी तेजी से कम खर्च पर जुटाई जा सके और इसमें निवेशकों के हितों का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा।’

प्राइस डेटाबेस के अनुसार इस साल अभी तक 40 कंपनियों ने पूंजी बाजार से 36,286 करोड़ रुपए जुटाए हैं। अगले हफ्ते 4 आईपीओ आने वाले हैं जिससे कुल 12,000 करोड़ रुपए जुटाए जाएंगे। बुच ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में आईपीओ से पूंजी जुटाने के लिहाज से वार्षिक वृद्धि के मामले में भारत शीर्ष पर रहा है।

Trending Topics

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!