Edited By jyoti choudhary,Updated: 27 Jul, 2024 02:25 PM
म्यूचुअल फंड कंपनी एचएसबीसी एसेट मैनेजमेंट (HSBC Asset Management) की मुश्किलें बढ़ गई हैं। बाजार नियामक SEBI ने न सिर्फ एक पुराने मामले को फिर से खोल दिया है, बल्कि इसके साथ ही कंपनी पर 5 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है।
बिजनेस डेस्कः म्यूचुअल फंड कंपनी एचएसबीसी एसेट मैनेजमेंट (HSBC Asset Management) की मुश्किलें बढ़ गई हैं। बाजार नियामक SEBI ने न सिर्फ एक पुराने मामले को फिर से खोल दिया है, बल्कि इसके साथ ही कंपनी पर 5 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है।
सेबी ने पुराने केस को फिर से खोला
पहले भी इस मामले में एक आदेश जारी किया जा चुका था लेकिन सेबी अब मानती है कि पुराने आदेश में HSBC एसेट मैनेजमेंट कंपनी के हक को बहाल करने का निर्णय त्रुटिपूर्ण था। नियामक ने उस आदेश की गलती को सुधारने के लिए मामले को दोबारा खोला है और कंपनी पर 5 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है।
L&T एएमसी के अधिग्रहण से जुड़ा मामला
सेबी का यह एक्शन HSBC समूह द्वारा L&T एसेट मैनेजमेंट कंपनी के अधिग्रहण से संबंधित है। एचएसबीसी ने पिछले साल मई में L&T एसेट मैनेजमेंट कंपनी का अधिग्रहण किया था और अक्टूबर 2023 में इसे अपनी एसेट मैनेजमेंट कंपनी HSBC AMC के साथ मर्ज कर दिया था।
वर्तमान नियमों के अनुसार, एसेट मैनेजमेंट कंपनियों को निवेश निर्णयों से जुड़े सभी रिकॉर्ड को बनाए रखना होता है, जिसमें निर्णय लेने के लिए जिम्मेदार डेटा, तथ्य और राय शामिल होते हैं। एचएसबीसी एएमसी के एलएंडटी एएमसी के अधिग्रहण के मामले में इसी प्रावधान से जुड़ी गड़बड़ियां पाई गई हैं।
पिछले साल समाप्त हुआ था मामला
सेबी ने इस मामले में 6 नवंबर 2023 को नया शो कॉज नोटिस (show cause notice) जारी किया था। इससे पहले, 23 अगस्त 2023 को SEBI ने एचएसबीसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी के खिलाफ मामला समाप्त करते हुए कहा था कि आरोप साबित नहीं हुए थे। हालांकि, अब उस आदेश को पलट दिया गया है और कंपनी पर जुर्माना लगाया गया है।