Edited By jyoti choudhary,Updated: 14 Dec, 2024 03:50 PM
बाजार नियामक सेबी ने रिटेल निवेशकों के लिए एल्गोरिदमिक ट्रेडिंग (एल्गो ट्रेडिंग) की सुविधा शुरू करने का प्रस्ताव दिया है, जो फिलहाल केवल संस्थागत निवेशकों के लिए उपलब्ध है। यह तकनीक कंप्यूटर प्रोग्राम का उपयोग करके तेज़, सस्ता और पारदर्शी ट्रेडिंग...
बिजनेस डेस्कः बाजार नियामक सेबी ने रिटेल निवेशकों के लिए एल्गोरिदमिक ट्रेडिंग (एल्गो ट्रेडिंग) की सुविधा शुरू करने का प्रस्ताव दिया है, जो फिलहाल केवल संस्थागत निवेशकों के लिए उपलब्ध है। यह तकनीक कंप्यूटर प्रोग्राम का उपयोग करके तेज़, सस्ता और पारदर्शी ट्रेडिंग को संभव बनाती है। एल्गो ट्रेडिंग के जरिए निवेशक तेजी से शेयरों की खरीद-फरोख्त कर सकते हैं, जिससे लेन-देन आसान और बाजार में लिक्विडिटी बढ़ती है।
प्रस्तावित नियम और प्रक्रिया
सेबी के मुताबिक, एल्गो ट्रेडिंग की सुविधा रिटेल निवेशकों को सुरक्षा और उचित नियमों के साथ दी जाएगी। इसके लिए ब्रोकरों को स्टॉक एक्सचेंज से अनुमति लेनी होगी। हर लेन-देन को स्टॉक एक्सचेंज द्वारा दिए गए यूनिक आईडेंटिफायर से टैग किया जाएगा, ताकि निगरानी रखी जा सके। ब्रोकरों को एल्गो सिस्टम में किसी भी बदलाव के लिए पहले से अनुमति लेनी होगी।
एपीआई का उपयोग और एल्गो प्रदाताओं की भूमिका
एल्गो ट्रेडिंग के लिए एपीआई (एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस) का इस्तेमाल किया जाएगा। ब्रोकर इसमें मुख्य भूमिका निभाएंगे, जबकि एल्गो प्रदाता या फिनटेक कंपनियां उनके एजेंट के रूप में काम करेंगी। इन प्रदाताओं को स्टॉक एक्सचेंज के साथ पंजीकरण कराना होगा।
स्टॉक एक्सचेंज और सेबी तय करेंगे फ्रेमवर्क
सेबी और स्टॉक एक्सचेंज मिलकर ब्रोकर और एल्गो प्रदाताओं की जिम्मेदारियां तय करेंगे। कुछ प्रकार के एल्गो (जैसे एग्जीक्यूशन एल्गो) को तेज पंजीकरण के लिए टर्नअराउंड टाइम (TAT) के दायरे में रखा जाएगा।
समय की जरूरत
एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज लिमिटेड के डायरेक्टर और सीईओ अजय गर्ग ने कहा कि रिटेल निवेशकों के लिए एल्गो ट्रेडिंग का प्रस्ताव समय की मांग है। उन्होंने बताया कि रिटेल निवेशक केवल रजिस्टर्ड ब्रोकरों के अप्रूव्ड एल्गो का उपयोग कर सकेंगे, जिससे उनकी सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
जनता से सुझाव मांगे गए
सेबी ने इस प्रस्ताव पर 3 दिसंबर तक जनता से सुझाव मांगे थे इसके बाद अंतिम नियम जारी किए जाएंगे। यह कदम रिटेल निवेशकों को एल्गो ट्रेडिंग की सुविधा देकर उनके अनुभव को बेहतर बनाने और शेयर बाजार में भागीदारी बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।