देश में सेवा क्षेत्र की गतिविधियां अक्टूबर में मजबूत मांग के दम पर बढ़ीं

Edited By jyoti choudhary,Updated: 07 Nov, 2024 03:51 PM

service sector activity in the country grew in october

देश में सेवा क्षेत्र की गतिविधियां सितंबर के अपने 10 महीने के निचले स्तर से उबरकर अक्टूबर में 58.5 पर पहुंच गई। इसे उत्पादन और नए कारोबार में मजबूत विस्तार से समर्थन मिला, जिससे रोजगार सृजन को बढ़ावा मिला। एक मासिक सर्वेक्षण में यह जानकारी दी गई है।...

नई दिल्लीः देश में सेवा क्षेत्र की गतिविधियां सितंबर के अपने 10 महीने के निचले स्तर से उबरकर अक्टूबर में 58.5 पर पहुंच गई। इसे उत्पादन और नए कारोबार में मजबूत विस्तार से समर्थन मिला, जिससे रोजगार सृजन को बढ़ावा मिला। एक मासिक सर्वेक्षण में यह जानकारी दी गई है। मौसमी रूप से समायोजित एचएसबीसी इंडिया सेवा व्यवसाय गतिविधि सूचकांक अक्टूबर में 58.5 रहा जो सितंबर में 57.7 था। खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) की भाषा में 50 से ऊपर अंक का मतलब गतिविधियों में विस्तार से और 50 से कम अंक का आशय संकुचन से होता है। 

एचएसबीसी के मुख्य अर्थशास्त्री (भारत) प्रांजुल भंडारी ने कहा, ‘‘भारत की सेवा क्षेत्र की गतिविधियां सितंबर में अपने 10 महीने के निचले स्तर से उबरकर पिछले महीने 58.5 पर पहुंच गई। अक्टूबर में भारतीय सेवा क्षेत्र के उत्पादन तथा उपभोक्ता मांग में मजबूत विस्तार हुआ साथ ही रोजगार सृजन ने 26 महीने का उच्चतम स्तर हासिल किया।'' नवीनतम आंकड़ों ने भारत की सेवा अर्थव्यवस्था में नई निर्यात बिक्री की वृद्धि को भी रेखांकित किया। इसका श्रेय सर्वेक्षण में शामिल लोगों ने अफ्रीका, एशिया, अमेरिका, पश्चिम एशिया और ब्रिटेन के ग्राहकों की ओर से मांग में मजबूती को दिया।

इसके अलावा, सर्वेक्षण में शामिल लोगों से करीब 13 प्रतिशत से रोजगार सृजन होने की बात की, जबकि सितंबर में यह आंकड़ा नौ प्रतिशत था। इस बीच, एचएसबीसी इंडिया कंपोजिट उत्पादन सूचकांक सितंबर में 58.3 से बढ़कर अक्टूबर में 59.1 पर आ गया। विनिर्माण और सेवा दोनों क्षेत्रों में नए व्यापार प्रवाह में तेज गति से वृद्धि हुई, जिससे समग्र स्तर पर बिक्री तथा रोजगार में वृद्धि को बढ़ावा मिला।  

Trending Topics

IPL
Royal Challengers Bangalore

Gujarat Titans

Teams will be announced at the toss

img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!