Edited By jyoti choudhary,Updated: 12 Jun, 2024 06:24 PM
दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी में मॉल के अलावा अन्य स्थानों पर स्थित रेस्तरां के व्यवसाय में इस साल गर्मियों में 25 प्रतिशत की गिरावट आने का अनुमान है। कुछ ने इसमें 40 प्रतिशत तक गिरावट आने की आशंका जतायी है। सूरज की तपिश बढ़ने और तापमान के 40 डिग्री...
बिजनेस डेस्कः दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी में मॉल के अलावा अन्य स्थानों पर स्थित रेस्तरां के व्यवसाय में इस साल गर्मियों में 25 प्रतिशत की गिरावट आने का अनुमान है। कुछ ने इसमें 40 प्रतिशत तक गिरावट आने की आशंका जतायी है। सूरज की तपिश बढ़ने और तापमान के 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंचने से लोगों का कहीं आना-जाना दूभर हो गया है। गुरुग्राम में ‘द बिग ट्री कैफे' के मालिक राहुल अरोड़ा ने कहा, ‘‘आमतौर पर हम गर्मी के समय ग्राहकों की संख्या में थोड़ी कमी देखते हैं लेकिन इस साल अत्यधिक तापमान के कारण इसमें काफी गिरावट आई है। इसका हमारे व्यवसाय पर काफी प्रभाव पड़ा है, जिससे हमारे राजस्व असर पड़ा है...'' उन्होंने कहा, ‘‘रिकॉर्ड तोड़ गर्मी के कारण हमारे कारोबार में 40 प्रतिशत की भारी गिरावट आई है।''
इस साल गर्मी में दिल्ली और इसके आसपास का तापमान अबतक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला में 29 मई को अधिकतम तापमान 46.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो 79 साल का उच्चतम तापमान था। वेधशाला में 17 जून, 1945 को तापमान 46.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। भारतीय राष्ट्रीय रेस्तरां संघ (एनआरएआई) के कोषाध्यक्ष और कई रेस्तरां के मालिक मनप्रीत सिंह ने कहा कि कनॉट प्लेस जैसे बड़े बाजार केंद्रों में ग्राहकों की संख्या में गिरावट चिंता का विषय है।
सिंह ने कहा, ‘‘आमतौर पर गर्मियों में भी लोग दोपहर में खरीदारी के लिए निकलते थे और फिर विश्राम के लिए किसी रेस्तरां में चले जाते थे, जहां वे आराम करते थे..ठंडक में बैठते थे कुछ खाते थे। इस साल ऐसा नहीं हुआ... सामान्य तौर पर कारोबार में 25 प्रतिशत की गिरावट आई है।'' ‘अनारदाना' की संस्थापक श्रुति मलिक ने कहा, ‘‘इस वर्ष भीषण गर्मी से ग्राहकों की संख्या काफी प्रभावित हुई है, खासकर दोपहर के भोजन के समय...।'' इस बीच, एक असामान्य अनुरोध में खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने वाले ऑनलाइन मंच जोमैटो ने हाल ही में ग्राहकों से आग्रह किया कि वे दोपहर में अत्यधिक गर्मी के समय ‘ऑर्डर' देने से बचें। जोमैटो की इस अपील को लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई जहां कुछ लोगों ने कंपनी की चिंता की सराहना की, जबकि अन्य ने समस्या के वैकल्पिक समाधान सुझाए।