Edited By jyoti choudhary,Updated: 10 Apr, 2025 11:20 AM
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा 9 अप्रैल को रेपो रेट में 0.25% की कटौती किए जाने के तुरंत बाद ही बैंकिंग सेक्टर में बदलाव होने शुरू हो गए हैं। रेपो रेट में कटौती का असर अब ग्राहकों की बचत पर भी दिखने लगा है। एक ओर जहां बैंकों ने लोन की ब्याज दरें...
बिजनेस डेस्कः भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा 9 अप्रैल को रेपो रेट में 0.25% की कटौती किए जाने के तुरंत बाद ही बैंकिंग सेक्टर में बदलाव होने शुरू हो गए हैं। रेपो रेट में कटौती का असर अब ग्राहकों की बचत पर भी दिखने लगा है। एक ओर जहां बैंकों ने लोन की ब्याज दरें घटानी शुरू कर दी हैं, वहीं दूसरी ओर अब एफडी (Fixed Deposit) की ब्याज दरों में भी कटौती की जा रही है।
प्राइवेट सेक्टर के कोटक महिंद्रा बैंक ने सबसे पहले कदम उठाते हुए एफडी की ब्याज दरों में 0.15% की कटौती कर दी है। यह नई दरें 9 अप्रैल से प्रभावी हो गई हैं। कुछ खास अवधि वाली एफडी पर ये कटौती की है। यह बदलाव जून 2024 के बाद पहली बार हुआ है जब बैंक ने एफडी रेट्स में कटौती की है।
नई एफडी ब्याज दरें (कोटक महिंद्रा बैंक)
सामान्य नागरिकों के लिए: 2.75% से 7.30%
(पहले: 2.75% से 7.40%)
वरिष्ठ नागरिकों के लिए: 3.25% से 7.80%
(पहले: 3.25% से 7.90%)
रेपो रेट कटौती का असर बाकी बैंकों पर भी पड़ेगा
RBI द्वारा रेपो रेट में कटौती के बाद यह अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में बाकी बैंक भी एफडी और लोन दोनों की ब्याज दरें घटा सकते हैं।
इन बैंकों ने पहले ही घटाई लोन ब्याज दरें
- पंजाब नेशनल बैंक (PNB)
- यूको बैंक
- इंडियन बैंक
- बैंक ऑफ इंडिया