Edited By jyoti choudhary,Updated: 12 Jul, 2024 06:13 PM
चांदी की चमक आने वाले दिनों में और बढ़ सकती है। जल्द ही चांदी की कीमत 1 लाख रुपए को पार करते हुए 1.25 लाख रुपए प्रति किलो तक जा सकती है। चांदी की कीमतों को लेकर मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज ने अपने रिपोर्ट में बड़ी भविष्यवाणी की है। अपनी...
नई दिल्लीः चांदी की चमक आने वाले दिनों में और बढ़ सकती है। जल्द ही चांदी की कीमत 1 लाख रुपए को पार करते हुए 1.25 लाख रुपए प्रति किलो तक जा सकती है। चांदी की कीमतों को लेकर मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज ने अपने रिपोर्ट में बड़ी भविष्यवाणी की है। अपनी रिपोर्ट में ब्रोकरेज हाऊस ने निवेशकों को कीमतों में आने वाली गिरावट पर चांदी खरीदने की सलाह दी है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज ने चांदी को लेकर तिमाही रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट में ब्रोकरेज हाऊस ने चांदी की कीमतों को लेकर अपने पुराने टारगैट प्राइस को रिवाइज किया है। मोतीलाल ओसवाल ने चांदी पर अपने पुराने टारगैट प्राइस को 1 लाख से बढ़ाकर 1,25,000 रुपए प्रति किलो कर दिया है, जबकि कॉमैक्स पर 40 डॉलर प्रति औंस का टारगैट दिया गया है। रिपोर्ट में ब्रोकरेज हाऊस ने कहा कि 12 से 15 महीने में यह टारगैट हासिल हो सकता है।
ब्रोकरेज हाऊस के रिसर्च नोट के मुताबिक हाल के महीनों में चांदी की कीमतों में 30 फीसदी का उछाल देखने को मिला है, जिसके चलते कुछ इंटर्वल्स पर मुनाफावसूली देखने को मिल सकती है। हालांकि चांदी में आने वाली कोई भी गिरावट को खरीदने के अवसर के तौर पर इस्तेमाल किया जाना चाहिए। ब्रोकरेज हाऊस ने कहा कि 86,000-86,500 रुपए चांदी के लिए प्रमुख सपोर्ट लैवल है।
क्यों आएगी कीमतों में तेजी?
रिपोर्ट में कहा गया कि चांदी स्लो मूवर के टैग से बाहर आ चुकी है और इस वर्ष कीमतों में तेज उछाल देखने को मिला है। सोने और चांदी के बीच की रेस में चांदी जीत के कगार पर है। फैड की ओर से ब्याज दरों में कमी के फैसले का निवेशक इंतजार कर रहे हैं। अमरीका में कमजोर इकोनॉमिक डाटा से मैटल्स को सपोर्ट मिल रहा है।
सितंबर की फैड मीटिंग में 70 फीसदी ब्याज दर कटौती की संभावना है, तो वैश्विक तनाव के चलते भी झटके लग रहे हैं। 2024 में चांदी का घरेलू इंपोर्ट बढ़ा है और 4000 टन पर जा पहुंचा है। ई.टी.एफ. में फ्लो सामान्य है पर वैसे लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं। सिल्वर इंस्टीच्युट का मानना है कि चांदी की सप्लाई डिमांड से कम रह सकती है और चीन में आर्थिक विकास तेज होने पर इंडस्ट्रियल मैटल्स की डिमांड बढ़ने पर चांदी की कीमतों में तेजी आ सकती है।