Edited By jyoti choudhary,Updated: 10 Sep, 2024 11:10 AM
सरकार ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) योजना के तहत 15,000 करोड़ रुपए जुटाने की योजना को फिलहाल टालने का विचार किया है। सूत्रों के मुताबिक, यदि यह योजना बंद की जाती है, तो इससे देश के राजकोषीय घाटे में 0.05% तक की कमी आ सकती है। इसके
बिजनेस डेस्कः सरकार ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) योजना के तहत 15,000 करोड़ रुपए जुटाने की योजना को फिलहाल टालने का विचार किया है। सूत्रों के मुताबिक, यदि यह योजना बंद की जाती है, तो इससे देश के राजकोषीय घाटे में 0.05% तक की कमी आ सकती है। इसके साथ ही सरकार एसजीबी की बिक्री को स्थायी रूप से बंद करने का फैसला भी ले सकती है, जिसकी घोषणा इस महीने के अंत तक RBI के साथ बैठक के बाद होने की संभावना है।
बाजार में SGB की कीमतें ऊंची
सरकार ने 2024-25 के आम बजट में SGB जारी करने के लक्ष्य को 38% कम कर दिया था और अब इसे पूरी तरह से बंद करने की योजना बन रही है। इसके चलते शेयर बाजार में ट्रेड होने वाले एसजीबी की कीमतें गोल्ड के मार्केट प्राइस से 9% से 13% अधिक पर चल रही हैं। इसके बावजूद, विशेषज्ञों का मानना है कि एसजीबी पोर्टफोलियो में विविधता लाने का एक शानदार तरीका है।
SGB के फायदे
निवेश विशेषज्ञों के अनुसार, एसजीबी में निवेश एक बेहतर विकल्प है क्योंकि इसमें:
- कम लागत होती है।
- चोरी का कोई खतरा नहीं।
- 2.5% सालाना ब्याज मिलता है।
अगर नया इश्यू नहीं आता है, तो सेकेंडरी मार्केट में लिस्टेड एसजीबी की मांग और बढ़ सकती है, जिससे इनकी कीमतों में और उछाल की संभावना है। उदाहरण के लिए, 2023-24 में जारी एसजीबी की चौथी सीरीज 80,618 रुपए प्रति 10 ग्राम के भाव पर ट्रेड कर रही है, जबकि बाजार में 999 शुद्धता वाले सोने की कीमत 71,380 रुपए प्रति 10 ग्राम है।