Edited By jyoti choudhary,Updated: 06 Jun, 2024 02:17 PM
स्पाइसजेट के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने बुधवार को कहा कि कंपनी अगस्त के मध्य तक 25 करोड़ डॉलर (2,085 करोड़ रुपए) जुटाने की योजना बना रही है। इससे विमानन कंपनी को अपनी बैलेंस शीट दुरुस्त करने और वृद्धि की राह पकड़ने में मदद मिलेगी। विमान...
नई दिल्लीः स्पाइसजेट के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने बुधवार को कहा कि कंपनी अगस्त के मध्य तक 25 करोड़ डॉलर (2,085 करोड़ रुपए) जुटाने की योजना बना रही है। इससे विमानन कंपनी को अपनी बैलेंस शीट दुरुस्त करने और वृद्धि की राह पकड़ने में मदद मिलेगी। विमान पट्टेदाताओं, इंजन पट्टेदाताओं, लेनदारों और पूर्व प्रवर्तक कलानिधि मारन को बकाया चुकाने के मामले में चल रहे मुकदमों के बीच पिछली कुछ तिमाहियों से स्पाइसजेट नकदी संकट का सामना कर रही है। विमानन कंपनी के शेयरधारक इस साल पहले ही 2,241 करोड़ रुपए जुटाने के लिए इक्विटी व वॉरंट जारी करने की मंजूरी दे चुके हैं। इनमें से कंपनी ने अब तक 1,060 करोड़ रुपए जुटाए हैं।
कापा इंडिया एविएशन समिट 2024 में सिंह ने कहा कि हमने 2-3 महीने एक बार रकम जुटाई है। अगले कुछ महीनों में हम और रकम जुटाएंगे जो हमें वृद्धि की राह पर ले जाएगी। हमें 15 करोड़ डॉलर मिले हैं। अब हम 25 करोड़ और डॉलर जुटाने जा रहे हैं। हमें उम्मीद है कि अगस्त के मध्य तक यह काम हो जाएगा। उन्होंने कहा कि विमानन कंपनी अगली दो तिमाहियों में अपनी बैलेंस शीट दुरुस्त करने की उम्मीद कर रही है। उन्होंने कहा कि स्पाइसजेट को खत्म करना काफी मुश्किल है। हमारे में फिर से बहाल होने की प्रवृत्ति है। हम एक बार फिर बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं।
एविएशन एनालिटिक्स फर्म सिरियम के मुताबिक स्पाइसजेट का नेटवर्क पिछले पांच साल में करीब 70 फीसदी कम हुआ है और अभी कंपनी हर हफ्ते 1,180 उड़ानों का परिचालन करती है। सिंह ने कहा कि अभी मांग का माहौल इतना अच्छा है कि जहां भी स्पाइसजेट अपनी उड़ानों का संचालन कर रही है, उसे सीटें भरने में किसी तरह की दिक्कत नहीं हो रही। अभी विमानन कंपनी के बेड़े में करीब 66 विमान हैं।
विमानन क्षेत्र के लिए कम करों की जरूरत पर बात करते हुए सिंह ने कहा कि आम आदमी के लिए नागरिक उड्डयन क्षेत्र की अहमियत के बारे में देश के सांसदों के बीच बेहतर समझ है। उन्होंने कहा कि ऐसे कई सांसद उनकी कंपनी से अपने संसदीय क्षेत्र के लिए उड़ानें संचालित करने को कह रहे हैं।