Edited By jyoti choudhary,Updated: 04 Dec, 2024 12:22 PM
सुजलॉन एनर्जी को कर्नाटक के कोप्पल क्षेत्र में जिंदल रिन्यूएबल्स से 302.4 मेगावाट की पवन ऊर्जा परियोजना का बड़ा ऑर्डर मिला है। इस ऑर्डर के तहत सुजलॉन को ग्रीन स्टील प्रोडक्शन में वृद्धि के लिए 96 अत्याधुनिक एस144 पवन टरबाइन जनरेटर की आपूर्ति करनी...
बिजनेस डेस्कः सुजलॉन एनर्जी को कर्नाटक के कोप्पल क्षेत्र में जिंदल रिन्यूएबल्स से 302.4 मेगावाट की पवन ऊर्जा परियोजना का बड़ा ऑर्डर मिला है। इस ऑर्डर के तहत सुजलॉन को ग्रीन स्टील प्रोडक्शन में वृद्धि के लिए 96 अत्याधुनिक एस144 पवन टरबाइन जनरेटर की आपूर्ति करनी है। यह सुजलॉन के लिए साल का सबसे बड़ा ऑर्डर है और कर्नाटक में पहले से ही 400 मेगावाट की कैप्टिव पवन ऊर्जा परियोजना भी कंपनी के पास है।
शेयरों में उछाल, एक्सपर्ट्स की उम्मीदें
बुधवार को सुजलॉन का शेयर 65.40 रुपए के बंद भाव से 65.90 रुपए पर खुला और इसके बाद इसमें तेजी देखने को मिली। खबर लिखे जाने के समय यह 68.28 रुपए पर कारोबार कर रहा था। एक्सपर्ट्स के अनुसार, अगर शेयर ₹66 के ऊपर बना रहता है, तो यह छोटी अवधी में ₹85-90 तक जा सकता है। विश्लेषकों के अनुसार, सुजलॉन के स्टॉक पर तीन ने 'खरीदें' रेटिंग दी है, जबकि दो ने 'होल्ड' की सिफारिश की है।
आगे की योजनाएं
सुजलॉन ने अपनी कुल ऑर्डर बुक में सीएंडआई ग्राहकों की हिस्सेदारी को 56% तक बढ़ा लिया है, जो अब तक का उच्चतम 5.4 गीगावाट है। कंपनी ने कहा कि यह सहयोग भारत के 2030 तक 50% गैर-जीवाश्म ईंधन से बिजली उत्पादन लक्ष्य को पूरा करने में मदद करेगा। सुजलॉन के सीईओ जेपी चालसानी ने यह भी बताया कि मौजूदा ऑर्डर बुक अगले 18-24 महीनों में पूरी हो जाएगी।