Edited By jyoti choudhary,Updated: 13 Nov, 2024 02:15 PM
आज 13 नवंबर को फूड डिलिवरी प्लेटफॉर्म स्विगी की शेयर बाजार में लिस्टिंग हो गई है। कंपनी ने BSE और NSE दोनों ही एक्सचेंजों पर अपनी लिस्टिंग की। BSE पर स्विगी का शेयर 390 रुपए के आईपीओ प्राइस से 5.64% (22 रुपए) प्रीमियम के साथ 412 रुपए पर लिस्ट हुआ,...
बिजनेस डेस्कः आज 13 नवंबर को फूड डिलिवरी प्लेटफॉर्म स्विगी की शेयर बाजार में लिस्टिंग हो गई है। कंपनी ने BSE और NSE दोनों ही एक्सचेंजों पर अपनी लिस्टिंग की। BSE पर स्विगी का शेयर 390 रुपए के आईपीओ प्राइस से 5.64% (22 रुपए) प्रीमियम के साथ 412 रुपए पर लिस्ट हुआ, जबकि NSE पर यह 7.69% की बढ़त के साथ 420 रुपए पर लिस्ट हुआ यानी आईपीओ प्राइस से 30 रुपए ज्यादा। इस लिस्टिंग से स्विगी के 500 कर्मचारी करोड़पति बन गए हैं और इसका कारण है ESOP (Employee Stock Ownership Plan)।
क्या है ESOP?
ESOP एक ऐसा प्लान है जिसके तहत कंपनी अपने कर्मचारियों को स्टॉक्स देती है। ये स्टॉक्स वे एक निश्चित अवधि बाद तय कीमत पर बेच सकते हैं और उसके बदले उन्हें पैसा मिलता है। यह योजना कर्मचारियों को कंपनी में हिस्सेदारी का एहसास कराती है और उन्हें कंपनी के विकास से सीधे तौर पर लाभ होता है।
स्विगी के कर्मचारियों की हुई मौज
स्विगी की लिस्टिंग से 500 से अधिक कर्मचारियों को फायदा हुआ है। कंपनी की शेयर बाजार में लिस्टिंग के बाद इन कर्मचारियों ने 1 करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई की। फॉर्च्यून इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, स्विगी ने अपने करीब 5,000 मौजूदा और पूर्व कर्मचारियों को 390 रुपए प्रति शेयर के ऊपर प्राइस बैंड पर 9,000 करोड़ रुपए के ESOP ऑप्शन का भुगतान करने का अनुमान जताया है।
इस साल जुलाई में, स्विगी ने 500 करोड़ रुपए का ESOP बायबैक प्रोग्राम लॉन्च किया था, जिससे कर्मचारियों को और भी लाभ हुआ।
स्विगी ने अप्रैल में दिए थे बड़े ESOP
स्विगी ने अप्रैल में अपने टॉप मैनेजमेंट को 271 मिलियन डॉलर (2287 करोड़ रुपये) के ESOP अलॉट किए थे। इसमें कंपनी के ग्रुप CEO श्रीहर्ष मजेटी, को-फाउंडर नंदन रेड्डी, फणी किशन अडेपल्ली, CFO राहुल बोथरा, CTO मधुसूदन राव, फूड मार्केटप्लेस के CEO रोहित कपूर, और इंस्टामार्ट के CEO अमितेश झा जैसे प्रमुख लोग शामिल थे।
2024 का दूसरा सबसे बड़ा आईपीओ
स्विगी ने हुंडई मोटर इंडिया के बाद 2023 में भारत का दूसरा सबसे बड़ा आईपीओ लॉन्च किया, जिसमें कंपनी ने 11,327 करोड़ रुपये जुटाए। हालांकि, अपनी पब्लिक इश्यू के लिए स्विगी को अपेक्षाकृत कम रेस्पॉन्स मिला, जिसे 6-8 नवंबर के बीच 371-390 रुपए के प्राइस बैंड पर पेश किया गया था। फिर भी इसके लिस्ट होने के बाद कंपनी को बड़ी सफलता मिली है।