Edited By jyoti choudhary,Updated: 28 Oct, 2024 04:17 PM
स्विट्जरलैंड (Switzerland) की प्रमुख कंपनियों का भारत में निवेश तेजी से बढ़ रहा है और उम्मीद जताई जा रही है कि यह आंकड़ा 100 बिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है। पहले स्विस कंपनियों का ध्यान चीन की तरफ था लेकिन अब वे भारत के बड़े बाजार की ओर
बिजनेस डेस्कः स्विट्जरलैंड (Switzerland) की प्रमुख कंपनियों का भारत में निवेश तेजी से बढ़ रहा है और उम्मीद जताई जा रही है कि यह आंकड़ा 100 बिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है। पहले स्विस कंपनियों का ध्यान चीन की तरफ था लेकिन अब वे भारत के बड़े बाजार की ओर आकर्षित हो रही हैं। मार्च में यूरोपियन फ्री ट्रेड एसोसिएशन (EFTA) के साथ ट्रेड एंड इकोनॉमिक पार्टनरशिप (TEPA) पर हस्ताक्षर किए गए थे। अगर यह डील मंजूर होती है, तो भारत में स्विस निवेश में तेजी आ सकती है।
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भारतीय बाजार पर ध्यान
TEPA के क्रियान्वयन के बाद, इंजीनियरिंग कंपनी एबीबी (ABB) और ट्रांसपोर्ट कंपनी कुएने+नागेल (Kuehne+Nagel) जैसी स्विस कंपनियां भारत में 100 बिलियन डॉलर तक निवेश करने की योजना बना रही हैं। EFTA के अन्य सदस्य देशों में नार्वे, आइसलैंड और लिक्टेंस्टाइन शामिल हैं। इन देशों की कंपनियों की नजर 1.4 अरब की आबादी वाले भारत के बड़े बाजार पर है। उन्हें भारत के मजबूत आर्थिक विकास का फायदा उठाने की उम्मीद है।
10 लाख रोजगार का सृजन
TEPA के द्वारा भारतीय एक्सपोर्ट्स पर टैरिफ 22 फीसदी से घटकर जीरो हो जाएगा, जिससे स्विस कंपनियों को प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त मिलेगी। ईयू और ब्रिटेन की कंपनियों की तुलना में स्विस कंपनियों के लिए भारत में Invest करने का यह एक मौका है। इस निवेश के जरिए भारत में 10 लाख नए रोजगार सृजित होंगे, जबकि भारत ने यह आश्वासन दिया है कि वह इन कंपनियों के लिए एक बेहतर निवेश वातावरण तैयार करेगा।
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ABB का विस्तार
एबीबी के CEO मॉर्टेन व्हीरॉड ने बताया कि भारत का तेजी से विकास हो रहा है। पिछले तीन वर्षों में कंपनी के औसत ऑर्डर साइज में 27 फीसदी की वृद्धि हुई है। कंपनी भारत में नए संयंत्र और कार्यालय स्थापित कर रही है। 2023 तक, एबीबी आठ प्रोजेक्ट्स को पूरा कर चुकी है और कंपनी ने अपने वर्कफोर्स को 6,000 से बढ़ाकर 10,000 कर दिया है। एबीबी का कहना है कि भारत अब कंपनी का पांचवा सबसे बड़ा बाजार बन चुका है।
स्विस एक्सपोर्ट्स को बढ़ावा
हालांकि वर्तमान में भारत में स्विस एक्सपोर्ट्स बहुत कम हैं, फिर भी 2023 में उनकी हिस्सेदारी में 8 फीसदी की वृद्धि हुई है। कुएने+नागेल भारत में अपने संचालन का विस्तार कर रही है। इसके वर्कफोर्स में भी वृद्धि हुई है, जो 2019 में 2,850 से बढ़कर 4,800 हो चुका है। कंपनी भारत में चेन्नई, गुरुग्राम और कोलकाता में नए ऑफिस खोल रही है। कंपनी के MD अनीश झा के अनुसार, सरकार की योजनाओं जैसे नेशनल लॉजिस्टिकल प्लान के कारण बुनियादी ढांचे में सुधार हो रहा है, जिससे कंपनियों को बड़ा लाभ हो रहा है। इस प्रकार, स्विस कंपनियों का भारत में निवेश न केवल आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा, बल्कि बेरोजगारी को कम करने में भी मदद करेगा।