Edited By jyoti choudhary,Updated: 17 Dec, 2024 11:19 AM
भारत के कई प्रमुख बैंकों ने अपनी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट्स (MCLR) में बदलाव किया है, जिससे लोन लेने वालों की लागत पर सीधा असर पड़ेगा। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) और IDBI बैंक ने अपनी दरें स्थिर रखी हैं, जबकि HDFC बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा...
बिजनेस डेस्कः भारत के कई प्रमुख बैंकों ने अपनी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट्स (MCLR) में बदलाव किया है, जिससे लोन लेने वालों की लागत पर सीधा असर पड़ेगा। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) और IDBI बैंक ने अपनी दरें स्थिर रखी हैं, जबकि HDFC बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक और PNB जैसे बैंकों ने MCLR दरों में 5 बेसिस प्वाइंट्स तक की बढ़ोतरी की है। इन नए बदलावों के बाद लोन की ब्याज दरें प्रभावित होंगी और यह दरें 12 दिसंबर 2024 से लागू हो गई हैं।
SBI और HDFC Bank
भारत के सबसे बड़े बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने दिसंबर 2024 में अपनी MCLR दरों को जस का तस रखा है। SBI का ओवरनाइट MCLR 8.20% है। वहीं एक साल का MCLR 9.00% तक है। इसी तरह HDFC बैंक ने केवल अपनी ओवरनाइट MCLR को 5 बेसिस प्वाइंट्स बढ़ाकर 9.20% कर दिया है।
बैंक ऑफ बड़ौदा और केनरा बैंक
बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी अपनी MCLR दरें बढ़ाईं हैं। उनका ओवरनाइट MCLR 8.15% है। वहीं एक साल का MCLR 9.00% है। केनरा बैंक ने सभी टेन्योर के लिए MCLR दरों में 5 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की है। अब उनका ओवरनाइट MCLR 8.35% है। एक साल का MCLR 9.10% तक पहुंच गया है।
पंजाब नेशनल बैंक और IDBI बैंक
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने भी अपनी दरों में 5 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की है। वहीं उनका ओवरनाइट MCLR 8.35% और एक साल का MCLR 9.00% हो गया है। IDBI बैंक ने अपनी MCLR दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। उनका ओवरनाइट MCLR 8.45% जबकि एक साल का MCLR 9.20% है। यह दरें 12 दिसंबर 2024 से लागू हैं।