Edited By jyoti choudhary,Updated: 19 Aug, 2024 12:09 PM
आईफोन निर्माता कंपनी ऐपल इंक (Apple) अपनी विस्तार योजनाओं के तहत इस साल के अंत तक अपने उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री शुरू करने की तैयारी में है। इसी दौरान, भारत में आईफोन (iPhone) असेंबल करने वाला चौथा संयंत्र भी तमिलनाडु के होसुर में बनकर तैयार हो...
बिजनेस डेस्कः आईफोन निर्माता कंपनी ऐपल इंक (Apple) अपनी विस्तार योजनाओं के तहत इस साल के अंत तक अपने उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री शुरू करने की तैयारी में है। इसी दौरान, भारत में आईफोन (iPhone) असेंबल करने वाला चौथा संयंत्र भी तमिलनाडु के होसुर में बनकर तैयार हो जाएगा। यह संयंत्र टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स (Tata Electronics) द्वारा बनाया जा रहा है, जो टाटा का दूसरा आईफोन असेंबली कारखाना होगा। इससे पहले, टाटा ने ताइवान की कंपनी विस्ट्रॉन (Wistron) से एक आईफोन असेंबली कारखाने का अधिग्रहण किया था।
सूत्रों के अनुसार, 250 एकड़ में फैले टाटा के इस नए संयंत्र में आईफोन असेंबली का काम शुरू करने की तैयारियां तेजी से चल रही हैं। यह नया संयंत्र उस कलपुर्जा संयंत्र के पास स्थित है, जिसे टाटा ने तीन साल पहले ऐपल के लिए स्थापित किया था।
6,000 करोड़ रुपए का निवेश
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने अपने नए आईफोन असेंबली संयंत्र में उत्पादन शुरू कर दिया है, जहां से कुछ मॉडल चीन को निर्यात किए जा रहे हैं। इस संयंत्र के निर्माण में टाटा ने 6,000 करोड़ रुपए का निवेश किया है और इतनी ही राशि कलपुर्जा इकाई में भी निवेश की गई है, जो ऐपल को कलपुर्जों की आपूर्ति करती है।
नए कर्मचारियों की नियुक्ति
सूत्रों के मुताबिक, इस एकीकृत संयंत्र में 50,000 से अधिक कर्मचारियों की भर्ती की जाएगी, जिनमें से अधिकतर महिलाएं होंगी। हालांकि, इस संबंध में ऐपल इंक और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स से पूछे गए सवालों का कोई आधिकारिक जवाब नहीं मिला है।
भारत में ऐपल के सबसे बड़े आईफोन असेंबली कारखाने में 35,000 से 40,000 नए कर्मचारियों की भर्ती की जा रही है। फॉक्सकॉन की फैक्टरी के बाद, इस नए कारखाने में आईफोन निर्माण के लिए सबसे अधिक कर्मचारियों की तैनाती होगी। बड़े पैमाने पर मांग को पूरा करने के लिए इस संयंत्र में उत्पादन लाइनों और उपकरणों का परीक्षण जारी है।
वैश्विक आईफोन उत्पादन
चार साल पहले ऐपल ने भारत में उत्पादन शुरू किया था और अब चौथे संयंत्र की जरूरत महसूस हो रही है। कंपनी की योजना वित्त वर्ष 2026 तक वैश्विक आईफोन उत्पादन का 10% भारत में करने की है। तीन प्रमुख कंपनियां, फॉक्सकॉन, विस्ट्रॉन (अब टाटा की इकाई), और पेगाट्रॉन, ऐपल के लिए ठेके पर आईफोन बनाती हैं और ये सभी उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (PLI) का हिस्सा हैं।
वित्तीय प्रदर्शन
आने वाले सालों में, ऐपल अपने वैश्विक उत्पादन का 20 से 25% भारत में करने की योजना बना रही है। वित्त वर्ष 2024 में ऐपल का कुल आईफोन उत्पादन 1.9 लाख करोड़ रुपए रहा, जो पीएलआई योजना के लक्ष्य 1.3 लाख करोड़ रुपए से अधिक था। इसी तरह निर्यात भी प्रारंभिक अनुमान से ज्यादा रहा, जो 1.4 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया।
टाटा और ऐपल की साझेदारी कुछ साल पहले तब शुरू हुई जब टाटा ने आईफोन कलपुर्जे बनाने शुरू किए। इसके बाद टाटा ने विस्ट्रॉन की कर्नाटक स्थित असेंबली इकाई को अधिग्रहित किया, और अब चर्चा है कि टाटा पेगाट्रॉन (Pegatron) के भारतीय कारखाने को भी खरीद सकता है। हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं हुई है।