Edited By jyoti choudhary,Updated: 22 Oct, 2024 12:30 PM
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने टाटा समूह (Tata Group) का प्रस्ताव अस्वीकृत कर दिया है, जिसके तहत टाटा संस (Tata Sons) को शेयर बाजार में लिस्टिंग से छूट देने का अनुरोध किया गया था। एक रिपोर्ट के अनुसार, आरबीआई ने इस प्रस्ताव को नहीं माना, जिसका मतलब है...
बिजनेस डेस्कः भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने टाटा समूह (Tata Group) का प्रस्ताव अस्वीकृत कर दिया है, जिसके तहत टाटा संस (Tata Sons) को शेयर बाजार में लिस्टिंग से छूट देने का अनुरोध किया गया था। एक रिपोर्ट के अनुसार, आरबीआई ने इस प्रस्ताव को नहीं माना, जिसका मतलब है कि टाटा संस को अब सितंबर 2025 तक शेयर बाजार में सूचीबद्ध होना पड़ेगा। इस खबर के बाद टाटा केमिकल्स (Tata Chemicals) के शेयरों में 14% तक की तेजी आई, जबकि बीएसई पर टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन के शेयरों में 9.5% का उछाल देखा गया।
RBI के नियमों के अनुसार, अपर-लेयर NBFC के रूप में वर्गीकृत सभी संस्थाओं को सितंबर 2025 तक शेयर बाजार में लिस्ट होना अनिवार्य है। हालांकि, टाटा समूह ने इस विषय पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है लेकिन सूत्रों के अनुसार, टाटा समूह टाटा संस को लिस्ट कराने के लिए अनिच्छुक है।
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, टाटा समूह टाटा संस की कर्ज स्थिति को पुनर्गठित करने के लिए उपाय कर रहा था। इसके लिए कंपनी कर्ज चुकाने या टाटा कैपिटल में अपनी हिस्सेदारी किसी अन्य संस्था को ट्रांसफर करने जैसे विकल्पों पर विचार कर रही थी। ऐसा करने से टाटा संस कोर इन्वेस्टमेंट कंपनी (CIC) और अपर-लेयर NBFC के रूप में डी-रजिस्टर कर सकती थी।
टाटा संस की वित्त वर्ष 2022-23 की बैलेंस शीट में लगभग 20,270 करोड़ रुपए का कर्ज दर्शाया गया है। अगर टाटा संस अपना कर्ज घटाकर 100 करोड़ रुपए से कम कर देती है, तो आरबीआई उसे अपर-लेयर NBFC की श्रेणी से बाहर कर सकता है।
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कितना बड़ा हो सकता है IPO?
पिछले साल खबर आई थी कि टाटा संस की कीमत 11 लाख करोड़ रुपए हो सकती है। अगर टाटा संस अपनी 5% हिस्सेदारी बेचती है तो IPO का आकार लगभग 55,000 करोड़ रुपए होगा। यह आंकड़ा दलाल स्ट्रीट के इतिहास में अभूतपूर्व होगा और हुंडई इंडिया के 27,870 करोड़ रुपए के IPO से लगभग दोगुना होगा। हालांकि, टाटा समूह के कई शेयरों में लगातार हो रही तेजी को देखते हुए अब यह मूल्यांकन कहीं अधिक हो सकता है।
किसके पास कितने शेयर?
टाटा संस के शेयरहोल्डिंग पैटर्न से पता चलता है कि कंपनी का लगभग 65.9% हिस्सा टाटा ट्रस्ट के पास है। वहीं, शापूरजी पलौंजी के पास 18.4%, विभिन्न टाटा समूह की कंपनियों के पास 12.8% और टाटा परिवार के पास 2.8% हिस्सेदारी है। टाटा मोटर्स और टाटा केमिकल्स दोनों के पास होल्डिंग कंपनी में लगभग 3% हिस्सेदारी है, जबकि टाटा पावर के पास 2% और इंडियन होटल्स के पास 1% हिस्सेदारी है।