Edited By jyoti choudhary,Updated: 14 Aug, 2020 12:36 PM
टाटा ग्रुप ने एयर इंडिया का मूल्यांकन करना शुरू कर दिया है। माना जा रहा है कि इस महीने के अंत तक वह अपनी बोली लगा देगा। कुछ अधिकारियों ने कहा कि जब तक मूल्यांकन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती है, इस पर बात करना जल्दबाजी होगी।
नई दिल्लीः टाटा ग्रुप ने एयर इंडिया का मूल्यांकन करना शुरू कर दिया है। माना जा रहा है कि इस महीने के अंत तक वह अपनी बोली लगा देगा। कुछ अधिकारियों ने कहा कि जब तक मूल्यांकन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती है, इस पर बात करना जल्दबाजी होगी। टाटा संस के प्रवक्ता ने कहा कि टाटा संस अभी इस प्रस्ताव का मूल्यांकन कर रहा है और उसके बाद ही सही वक्त आने पर बोली लगाएगा। उन्होंने ये भी कहा कि अभी कंपनी की ऐसी कोई योजना नहीं है कि कोई फाइनेंशियल पार्टनर लाया जाए।
एयर इंडिया के सही मूल्यांकन के लिए टाटा ग्रुप अभी लीगल फर्म और कंसल्टेंट्स के साथ बातचीत कर रहा है। ये भी बातें हो रही हैं कि टाटा ग्रुप जल्द ही एयर एशिया इंडिया और एयर इंडिया का मर्जर कर सकता है। बता दें कि एयर एशिया इंडिया में टाटा संस की 51 फीसदी हिस्सेदारी है। यानी हो सकता है कि जल्द ही एयर इंडिया मर्ज होकर सिर्फ एयर एशिया इंडिया कंपनी ही बचे।
हालांकि, टाटा ग्रुप के अधिकारियों ने ये बात साफ की है कि इस पर अभी कोई आधिकारिक चर्चा नहीं हुई है। बता दें कि एयर एशिया इंडिया के अलावा 5 साल पुरानी एयरलाइन विस्तारा में भी टाटा ग्रुप की हिस्सेदारी है। विस्तारा में सिंगापुर एयरलाइंस की 49 फीसदी की हिस्सेदारी है। मुंबई के एक लीगल एक्सपर्ट का कहना है कि एयर इंडिया को खरीदना काफी जटिल प्रस्ताव है। इसके लिए बहुत सारी लीगल समझ होना जरूरी है। साथ ही स्टेकहोल्डर्स का समर्थन और सरकार की मदद की जरूरत होगी।