Edited By jyoti choudhary,Updated: 22 Jan, 2025 12:50 PM
TRAI के निर्देशों के बाद टेलीकॉम कंपनियों ने बिना डेटा वाले वॉयस पैक लॉन्च करना शुरू कर दिया है लेकिन ग्राहकों को इससे कोई खास राहत नहीं मिली है। वॉयस पैक महंगे साबित हो रहे हैं क्योंकि कंपनियों ने टैरिफ में कोई कटौती नहीं की है। मौजूदा प्लान से...
बिजनेस डेस्कः TRAI के निर्देशों के बाद टेलीकॉम कंपनियों ने बिना डेटा वाले वॉयस पैक लॉन्च करना शुरू कर दिया है लेकिन ग्राहकों को इससे कोई खास राहत नहीं मिली है। वॉयस पैक महंगे साबित हो रहे हैं क्योंकि कंपनियों ने टैरिफ में कोई कटौती नहीं की है। मौजूदा प्लान से केवल डेटा को हटा दिया गया है और ग्राहकों को डेटा सेवाओं के लिए अलग से रिचार्ज कराना होगा। TRAI का फोकस बिना डेटा पैक को सस्ता बनाना है लेकिन फिलहाल उपभोक्ताओं को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
टेलीकॉम कंपनियों ने सिर्फ वॉयस पैक देने की शुरुआत से उपभोक्ता को इसका कोई फायदा नहीं मिलेगा। उदाहरण के तौर पर पहले एयरटेल का सालाना प्लान 1999 रुपए का था इसमें ग्राहकों को 24 GB डाटा मिलता था। अब कंपनी ने इसमें से 24 GB डाटा हटा दिया है और यही प्लान ग्राहकों को सिर्फ वॉयस प्लान के नाम पर ऑफर कर रही है यानी उपभोक्ता को अगर इसमें डाटा चाहिए तो उसे अतिरिक्त का रिचार्ज करना होगा। ट्राई चाहता था कि उपभोक्ताओं को बिना डाटा वाला पैक सस्ता मिले लेकिन यह कंपनियों ने ट्राई के आदेश को ठेंगा दिखा दिया है।
TRAI के निर्देशों का अगर सही तरीके से पालन होता तो देश में करीब 15 करोड़ 2G यूजर्स और उन उपभोक्ताओं को मदद मिल सकती थी जो दो सिम कार्ड इस्तेमाल करते हैं और जिनमें से एक को सिर्फ़ वॉयस कॉल और SMS के लिए रखते हैं। मौजूदा समय में, 2G यूजर्स को महंगे प्लान खरीदने पड़ते हैं, जिनमें ऐसे डेटा लाभ शामिल होते हैं, जिनका उनके लिए कोई इस्तेमाल नहीं होता। ध्यान देने वाली बात यह है कि इस निर्देश के दायरे में Airtel और Vi ही आते हैं जो 2G नेटवर्क ऑफ़र करते हैं। जबकि Jio सिर्फ़ 4G और 5G नेटवर्क ऑफ़र करता है। ट्राई चाहता था कि उपभोक्ताओं को बिना डाटा वाला पैक सस्ता मिले लेकिन इन कंपनियों ने ट्राई के आदेश को ठेंगा दिखा दिया है।